Kamada Ekadashi 2023: कब रखा जाएगा कामदा एकादशी का व्रत, क्या है तिथि और पूजा का शुभ मुहूर्त

हिंदू शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी बेहद खास होती है। क्योंकि इसे नववर्ष की पहली एकादशी माना जा रहा है।इस एकादशी को कामदा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है।मान्यताओं के अनुसार जो भी व्यक्ति इस एकादशी को मनाते हैं उन्हें श्री हरी विष्णु की उपासना करनी होती है।कई लोगों का मानना है कि जो भी लोग चैत्र की शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन सच्चे मन से पूजा-अर्चना करते हैं।

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हिंदू शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी बेहद खास होती है, क्योंकि इसे नववर्ष की पहली एकादशी माना जा रहा है।इस एकादशी को कामदा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है।मान्यताओं के अनुसार जो भी व्यक्ति इस एकादशी को मनाते हैं उन्हें श्री हरी विष्णु की उपासना करनी होती है।कई लोगों का मानना है कि जो भी लोग चैत्र की शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन सच्चे मन से पूजा-अर्चना करते हैं।

उनके जीवन में भौतिक सुख-सुविधाओं की कमी कभी नहीं आती है।इस साल एकादशी को लेकर कई लोग परेशान हैं कुछ लोगों का कहना है कि इस बार की एकादशी 1 अप्रैल को मनाई जायेगी, तो वही कई लोगों का कहना है कि एकादशी 2 अप्रैल को मनाई जायेगी ।

ऐसे में जो लोग एकादशी मनाते हैं वह काफी कंफ्यूज हो रहे हैं।आखिर कुछ लोग 1 अप्रैल को एकादशी का मुहूर्त बता रहे हैं, तो कही 2 अप्रैल को बता रहे हैं।यदि इसी तरह की स्थिति आपके साथ हो रहे हैं,तो घबराएं नहीं आज हम आपको चैत्र की माह शुक्ल पक्ष की एकादशी शुभ मुहूर्त बतायेंगे ।

कब है शुभ मुहूर्त?

जो लोग चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी करते हैं।कामदा एकादशी का व्रत और पूजा का समय 1 अप्रैल को सुबह 06 बजकर 12 मिनट से लेकर 2 अप्रैल को समय 04 बजकर 48 मिनट तक होगा। यह पूजा करने का उत्तम मुहूर्त माना गया है।इस बीच आप श्री हरी की पूरे सच्चे मन से पूजा-पाठ कर सकते हैं।

इसके साथ ही 1 अप्रैल को प्रात: 07 बजकर 45 मिनट से आरंभ हो रहा है साथ ही 9 बजकर 18 मिनट तक रहेगा। हिंदू शास्त्रों के अनुसार जब एकादशी व्रत लगातार 2 दिनों तक पड़ते हैं, तो ऐसी स्थिति में गृहस्थ जीवन जीने वाले जातकों को पहले दिन एकादशी व्रत करना चाहिए। मान्यताओं के अनुसार उसके अगले दिन संत साधुओं और वैष्णव संप्रदाय के लोगों को एकादशी का व्रत करना चाहिए।

Disclaimer: यहां पर मौजूद जानकारी के लिए Thejbt.com किसी भी प्रकार की मान्यता और जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को प्रयोग में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें। First Updated : Thursday, 30 March 2023