6 मई से चार धाम यात्रा का शुभारंभ हो गया है, श्रद्धालुओं के लिए केदरानाथ यात्रा के कापट आज सुबह से खोल दिए गए हैं। ऐसे में शिव के भक्तों में खूब उत्साह देखने को मिल रहा है। वहीं, 8 मई से बदरीनाथ के भी कपाट खोल दिए जाएंगे आपको बता दें कि हिंदू धर्म में उत्तराखंड के इस चार धाम यात्रा का बड़ा ही महत्व माना जाता है। शास्त्रों में माना जाता है कि व्यक्ति के जीवन का लक्ष्य मोक्ष की प्राप्ति होना चाहिए. और इन चारों धाम की यात्रा करने के बाद व्यक्ति अपने लक्ष्य के बेहद करीब पहुंच जाता है. ऐसी मान्यता है कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन काल में कम से कम एक बार तो चार धाम की यात्रा अवश्य करनी चाहिए. इस यात्रा से व्यक्ति के पाप धुल जाते हैं और मनुष्य मोक्ष प्राप्ति की ओर अग्रसर हो जाता है।
अगर आप पहली बार केदारनाथ यात्रा के लिए जा रहे है तो आपको सबसे पहले यात्रा पर जाते समय एक नारियल लें और उसे हाथ में लेकर 11 बार श्री हनुमंते नमः का जाप करें और जमीन पर फोड़ दें. अब नारियल के जल को अपने ऊपर छिड़क लें और नारियल की गरी को निकालकर बांट दें और खुद भी खाएं। ऐसा करने से यात्रा सफल होगी और हर कार्य में सफलता हासिल होगी और आपको मुतीबतों का डर सता रहा है तो इस मंत्र का जाप नियमित रूप से 108 बार जाप करें। हे कृष्ण द्वारकावासिन क्कासि यादवनंदन। आपाद्रिभं परिभूतां मां त्रायस्वाशु जनार्दन।।’ इस मंत्र से हर विपत्ती का नाश होगा। First Updated : Friday, 06 May 2022