सभी लोग किसी न किसी देवी-देवताओं की पूजा आवश्य करते होंगे।शास्त्रों के अनुसार कहा जाता है कि प्रकृति को भी देवी-देवताओं का स्वरूप माना जाता है। इसके साथ ही अनेक प्रकार के पेड़-पौधों में भी देवी-देवताओं का वास माना गया है। आप ने कई ऐसे पौधों को देखा जिनकी लोग रोजाना पूजा करते हैं।साथ ही उनपर जल चढ़ाते हैं। आज हम आपको बतायेंगे की किन पेड़-पौधों पर देवी-देवताएं वास करते हैं?
कई समय से माना जा रहा है कि आंवला, तुलसी और केले के पेड़ पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का वास होता है।कई लोगों का मानना है कि तुलसी के पेड़ पर दीपक रोजाना जलाना अतिआवश्यक होता है।जो व्यक्ति एकादशी के दिन आंवले की पूजा करते हैं उनसे भगवान विष्णु प्रसन्न हो जाते हैं। वहीं केले के पेड़ की पूजा हर बृहस्पातिवार को की जाती है।जो व्यक्ति गुरुवार के दिन केले के पेड़ पर जल चढ़ाते हैं। ऐसे व्यक्तियों के जीवन मे सुख-शांति का वास होता है।
कई ऐसे लोग है जिन्हें यह पता ही नहीं होता है कि भगवान शिव का वास कहां होता है।आपको बता दें कि भगवान शिव का वास बेल और बरगद के पेड़ पर होता है।जो भी व्यक्ति भगवान शिव की पूजा करते समय बेलपत्र अर्पित करते हैं ऐसे व्यक्तियों की भगवान शिव मनोकामनाएं जरुर पूरी करते हैं।वहीं दूसरी और यह भी माना जाता है कि बरगद के पेड़ की पूजा हर त्रयोदशी के दिन करनी बेहद शुभ मानी जाती है।
आप ने देखा होगा कि कई ऐसे लोग है जो शमी के पेड़ पर हर शनिवार को सरसों के तेल का दीपक जलाते हैं ऐसे लोगों के जीवन में अनेक प्रकार की मुसीबतों से छुटकारा मिलता है।आपको सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है और सारी बुरी शक्तियों का नाश होता है। शास्त्रों के अनुसार कहा जाता है कि शमी के पेड़ का पत्ता रोजाना शंकरजी को चढ़ाने से भोलेबाबा प्रसन्नभ होते हैं साथ ही अपनी कृपा-दृष्टि बनाएं रखते हैं।
मान्यता के अनुसार बताया जाता है कि दूब घास गणपति बप्पां को सबसे अधिक प्रिय होती है।जो भी व्यक्ति हर बुधवार को हल्दी लगाकर दूब घास गणेशजी को अर्पित करते हैं। उनके जीवन से काम में आ रही हर प्रकार की बाधाएं दूर रहती हैं साथ ही आपको शुभ लाभ की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही भगवान गणेश की इस व्यक्ति पर कृपा बनी रहती है।
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