Shankh Upay: घर में शंख रखना है शुभकारी, जानिए इसके फायदे
माना जाता है कि शंख में देवताओं का वास होता है। शंख के केंद्र में वरुण देव, पीछे ब्रह्मा और सामने गंगा और सरस्वती हैं। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान विष्णु, अपने विभिन्न अवतारों में, दुनिया में नकारात्मकता को नष्ट करने के लिए शंख बजाते हैं
माना जाता है कि शंख में देवताओं का वास होता है। शंख के केंद्र में वरुण देव, पीछे ब्रह्मा और सामने गंगा और सरस्वती हैं। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान विष्णु, अपने विभिन्न अवतारों में, दुनिया में नकारात्मकता को नष्ट करने के लिए शंख बजाते हैं। माना जाता है कि शंख की उत्पत्ति समुद्र मंथन से हुई है।
शंख का है बहुत महत्व -
सनातन धर्म में घर के पूजा घर में शंख रखने का अत्यंत महत्व माना गया है। इसका उपयोग पूजा व शुभ कार्यों में किया जाता है।
लक्ष्मीजी के साथ हुई उत्पत्ति -
माना जाता है कि शंख की उत्पत्ति देव और दानवों के बीच समुद्र मंथन के दौरान माता लक्ष्मी के साथ हुआ था।
दिव्य रत्नों में से एक -
मंथन के दौरान 14 रत्नों की प्राप्ति हुई थी। इनमें से शंख भी एक मूलयवान रत्न था। इसलिए यह माता लक्ष्मी को अति प्रिय है।
धार्मिक महत्व है शंख का -
धार्मिक कार्यों विवाह एवं उत्सव में इसे बजाने की परंपरा है। शंख की आवाज अत्यधिक शुभ एवं मंगलकारी मानी गई है।
शुभ माना गया है शंख -
आध्यात्मिक एवं वास्तु दृष्टि से शंख बहुत ही शुभ माना गया है। इसे घर में रखने से सकारात्मक शक्ति का वास होता है।
तीन श्रेणियां है शंख की -
शंख को तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है। दक्षिणावर्ती (दाएं हाथ में पकड़ने वाला), मध्यवर्ती (खुले मुंह वाला शंख) और वामवर्ती (बाएं हाथ में पकड़ा जाने वाला) शंख है।
दक्षिणावर्ती शंख है बहुत कम -
इन तीनों शंखों में सबसे अद्भुत शंख दक्षिणावर्ती शंख माना गया है। यह बहुत कम पाया जाता है।