Vastu Tips: तुलसी के पास न रखें ये 5 चीजें, वरना हो जाएंगे कंगाल
वास्तु शास्त्र में तुलसी का पौधा रखने के कुछ खास नियम बताए गए है और इनका पालन न करने से मनुष्य के पारिवारिक जीवन में परेशानी आ सकत है। वास्तु के अनुसार तुलसी के पौधे के पास कुछ चीजों को रखने से साफ मना किया गया है। इससे घर में कंगाली में आती है।
Vastu Tips For Tulsi: हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को काफी शुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि जिस घर में तुलसी की पूजा होती है, वहां हमेशा माता लक्ष्मी का वास रहता है और परिवार में धन-धान्य, वैभव बना रहता है। लेकिन कई बार हम सभी तुलसी के पौधे से संबंधित कुछ गलती कर देते है जिससे व्यक्ति के जीवन में बुरा प्रभाव पड़ सकता है। बता दें कि वास्तु शास्त्र में तुलसी का पौधा रखने के कुछ खास नियम बताए गए है और इनका पालन न करने से मनुष्य के पारिवारिक जीवन में परेशानी आ सकती है। वास्तु के अनुसार तुलसी के पौधे के पास कुछ चीजों को रखने से साफ मना किया गया है। इससे घर में कंगाली में आती है।
आइए जानते है घर में तुलसी के पौधे के पास किन चीजों को नहीं रखना चाहिए।
न रखें झाड़ू
तुलसी का पौधा बेहद पवित्र और पूजनीय होता है जबकि झाड़ू का इस्तेमाल साफ-सफाई के लिए किया जाता है। इसलिए तुलसी के पास भूलकर भी झाड़ू नहीं रखनी चाहिए। ऐसा करने से घर में दरिद्रता का वास होता है। इसलिए तुलसी के पौधे के पास झाड़ू न रखें।
जूते-चप्पल
वास्तु के मुताबिक, तुलसी के पौधे के पास जूते-चप्पल नहीं रखने चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से मां लक्ष्मी का अपमान होता है। बता दें कि तुलसी को माता लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है और उनके रूठ जाने से आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है।
शिवलिंग
तुलसी के पौधे के पास भूलकर भी शिवलिंग को नहीं रखना चाहिए। धार्मिक मान्यता के मुताबिक, तुलसी का पूर्व जन्म में नाम वृंदा था जो जालंधर नाम के एक राक्षस की पत्नी थी। इस राक्षस का अंत भगवान शिव ने किया था। तभी से शिव जी को तुलसी से दूर रखा जाता है।
कूड़ेदान
तुलसी के पास कभी भी कूड़ादान भी नहीं रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार तुलसी के पौधे के आसपास गंदगी रखने से धन हानि हो सकती है। इसलिए तुलसी के पौधे के आसपास बिल्कुल भी गंदगी न रखें।
गणेश जी की मूर्ति
एक पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार नदी के किनारे गणेश जी ध्यान पर थे। तभी वहां से तुलसी निकली और उनकी सुंदरता देखकर मोहित हो गई और उनके सामने शादी का प्रस्ताव रखा। ऐसे में गणेश जी ने उन्हें मना कर दिया। जिसके कारण तुलसी जी ने रुष्ट होकर गणेश जी को दो शादी का शाप दे दिया। इसी कारण तुलसी के पास गणेश की की मूर्ति नहीं रखी जाती है और ना ही उन्हें तुलसी अर्पित की जाती है।