क्यों काली बिल्ली मानी जाती है अशुभ और सफेद बिल्ली शुभ क्या है पूरा सच?

घर में जानवर अनेक प्रकार के पाले जा सकते हैं,लेकिन कुछ जानवर शुभ माने जाते हैं तो कुछ अशुभ भी माने जाते हैं। इन्हीं में से एक है बिल्ली आप ने देखा होगा कि कई लोग बिल्लियों को पालने का शोक रखते हैं।अधिकतर घरों में सफेद बिल्लियों को ही पाला जाता है।

Shweta Bharti
Edited By: Shweta Bharti

कई ऐसे लोग होते हैं जो अपने-अपने घरों में जानवरों को पालते हैं साथ ही उनसे लगाव रखते हैं । वहीं दूसरी और कुछ जानवरों को अशुभ माना जाता है जिसके कारण उन्हें घर से बाहर रखा जाता है।यदि कुछ जानवार किसी कारण से घर में प्रवेश कर लेते हैं तो उनके मारकर घर से दूर फैंक दिया जाता है। अधिक लोगों को जानवर पालने का शोक होता है, तो वहीं दूसरी कुछ लोगों को जानवरों के नफरत होती है वह जानवरो से दूर रहते हैं।

घर में जानवर अनेक प्रकार के पाले जा सकते हैं,लेकिन कुछ जानवर शुभ माने जाते हैं तो कुछ अशुभ भी माने जाते हैं। इन्हीं में से एक है बिल्ली आप ने देखा होगा कि कई लोग बिल्लियों को पालने का शोक रखते हैं।अधिकतर घरों में सफेद बिल्लियों को ही पाला जाता है। कई लोगों का कहना है कि काली बिल्लियां घर के लिए अशुभ मानी जाती हैं जिसके कारण लोग इन्हें पालना पसंद नहीं करते हैं। सनातन धर्म में जानवरों को काफी महत्वपूर्ण माना गया है।

गाय, कुत्ता, बिल्ली, कबतूर, तोता, हाथी, कछुआ और सांप जैसे कई जानवरों को ही देवी-देवताओं के वाहन माना जाता है। इन जानवरों को लेकर कई लोगों में अंधविश्वास फैला हुआ है।जिसके कारण लोग कुछ जानवरों को शुभ और कुछ को अशुभ मानते हैं। बता दें कि, धर्म शास्त्र के अनुसार, बिल्ली मां लक्ष्मी की बहन अलक्ष्मी का वाहन है। अलक्ष्मी दरिद्रता की देवी को कहा जाता है। अलक्ष्मी को राहु ग्रह के आधीन माना जाता है।

काली बिल्ली का घर में प्रवेश करना अशुभ माना जाता है वहीं, कुछ जगहों पर बिल्ली को शुभ माना जाता है।अब आप सोच रहे होंगे कि बिल्लियां तो बिल्लियां ही होती हैं काली हो, या सफेद लेकिन यह अशुभ और शुभ कैसी हो सकती हैं? आखिर क्या है इसके पीछे का कारण क्यों समझते हैं लोग काली बिल्लियों को अशुभ आइए जानते हैं इसके पीछे की कहानी।

क्यों हैं सफेद बिल्ली शुभ?

कहा जाता है कि भारत में बिल्ली को शुभ और अशुभ मानने के दो कारण होते हैं।साथ ही दक्षिण भारत के लोग बिल्ली को शुभ मानते हैं। लोगों का कहना है कि बिल्ली बुरी शक्तियों से व्यक्तियों की रक्षा करती है।इसके अलावा वहां के लोग बिल्लियों को शुभ मानते हैं साथ ही कर्नाटक के माड्या जिले मसे 30 किलोमीटर दूर बेक्का लेले गांव में एक हजार साल पुराना बिल्ली का एक मंदिर बना हुआ है। जहां बिल्ली की पूजा की जाती है। बिल्ली को देवी मंगम्मा का अवतार माना जाता है।

वहीं दूसरी ओर विदेशों मे भी खासतौर पर चीन और जापान में बिल्ली को शुभ माना जाता है। वहां के लोगों का कहना है कि जो व्यक्ति सफेद रंग की बिल्लियो को पालते हैं ऐसे व्यक्तियों की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है साथ ही घर में नाकारत्मक शक्तियां प्रवेश नहीं कर पाती हैं।

क्यों हैं काली बिल्ली अशुभ?

शास्त्रों में कहा जाता है कि काली बिल्लियों को घर में पालना अशुभ माना जाता है। इन्हें काली शक्तियों का प्रतीक माना गया है जिसके कारण लोग इन्हें घर में नहीं पालते हैं। यदि आप किसी भी जगह पर जाते हैं तो बीच रास्ते में काली बिल्ली आपका रास्ता काट दें तो अपशकुन माना जाता है। वहीं दूसरी ओर ये भी माना जाता है कि चलते समय यदि आप से काली बिल्ली टकरा जाएं तो समझ जाएं कि आपके जीवन में कोई बड़ा संकट आने वाला है।

साथ ही घर में काली बिल्ली का होना भूत प्रेत का संकेत माना जाता है। कई लोगों के घरों में काली बिल्ली दूध पी जाती है साथ ही अनेक प्रकार के नुकसान कर जाती है ये सभी अनहोनी या धन हानि के संकेत हैं।

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09 March 2023, 01:47 PM IST

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