Adhik Maas Shivratri 2023 Date: कब है अधिक मास की शिवरात्रि? जानिए तिथि, शुभ मुहूर्त और सही पूजा विधि
Adhik Maas Shivratri 2023 Date: पूजा करने से भक्तों पर श्री हरी और शिव की कृपा बरसती है. तो आइये जानते हैं अधिक मास की शिवरात्रि की तिथि, इसका शुभ मुहूर्त और पूजा करने की सही विधि के बारे में -
Adhik Maas Shivratri 2023 Date: हिंदू पंचांग की मानें तो साल में कुल 12 शिवरात्रि की तिथियां पड़ती हैं. लेकिन इस बार अधिक मास की वजह से 13 शिवरात्रियां पड़ने के योग बन रहे हैं. बता दें कि अधिक मास की शिवरात्रियां बेहद ही खास मानी जाती हैं, जिनका अपना एक अलग ही महत्व होता है.
इसके पीछे का कारण यह है कि अधिक मास भगवान विष्णु जी को समर्पित होता है और मासिक शिवरात्रि वह महाकाल यानी शिवजी को होती है. इसकी पूजा करने से भक्तों पर श्री हरी और शिव की कृपा बरसती है. तो आइये जानते हैं अधिक मास की शिवरात्रि की तिथि, इसका शुभ मुहूर्त और पूजा करने की सही विधि के बारे में -
शुभ तिथि -
* ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स के अनुसार अधिक मास शिवरात्रि की तिथि की शुरुआत - 14 अगस्त 2023, दिन सोमवार और समय सुबह 10 बजकर 25 मिनट से होगा.
* समापन - 15 अगस्त 2023, दिन मंगलवार , समय - दोपहर 12 बजकर 42 मिनट
* उदया तिथि के अनुसार - अधिक मास की शिवरात्रि 15 अगस्त 2023 के दिन मनाई जाएगी.
शभ मुहूर्त -
* अधिक मास शिवरात्रि की पूजा करने का सबसे अच्छा समय है - प्रातः काल सुबह 10 बजकर 2 मिनट
* अधिक मास शिवरात्रि प्रातः काल पूजा समापन समय - सुबह 10 बजकर 50 मिनट
* अधिक मास शिवरात्रि रात्रि पूजा आरंभ - 12 बजकर 4 मिनट
* अधिक मास शिवरात्रि रात्रि पूजा समापन - 12 बजकर 48 मिनट
सही पूजा विधि -
जानकारी के लिए बता दें कि अधिक मास शिवरात्रि हर 3 साल के बाद आती है. ऐसे में इन खास बातों का ध्यान रखना अवश्य है -
* इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर तैयार हो जाएं .
* इसके बाद भगवान शिव के सामने मंदिर में ध्यान करें और व्रत संकल्प लें.
* भगवान शिव जी का जलाभिषेक करें और दूध चढ़ाएं.
* पूजा में धतूरे , शहद , दही , बेल पत्र, चंदन आदि समर्पित करें.
* इसके बाद शिव मंत्र - ''ॐ नमः शिवाय'' का जाप करें. और शिव चालीसा का भी पाठ करें.
* यह सब करने के बाद शिवजी को भोग चढ़ाएं और आरती उतारें.