कमजोर बुध कराता है नौकरी और धन की हानि, बुधवार के ये उपाय बुध को करेंगे मजबूत

अगर आपकी कुंडली में बुध कमजोर स्थान पर बैठा है तो आपकी जिंदगी में कई तरह के लक्षण देखने को मिलते हैं। इनसे पार पाना है तो आपको बुधवार के दिन बुध को मजबूत करने के लिए कुछ ज्योतिषीय उपाय करने की सलाह दी जाती है।

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हिंदू सनातन धर्म में नवग्रहों को जीवन की धुरी कहा गया है। कुंडली के अनुसार हर जातक यानी इंसान का एक ग्रह स्वामी होता है जो कुंडली में इस इंसान की जिंदगी को व्यवस्थित करता है। जैसे सूर्य सिंह राशि के स्वामी हैं तो शुक्र वृषभ राशि के स्वामी है। ठीक इसी प्रकार बुध ग्रह मिथुन और कन्या राशि के स्वामी कहे जाते हैं। बुध ग्रह के दिन की बात करें तो बुधवार के देव बुध माने जाते हैं। अपने स्वभाव और गुणों की वजह से बुध ग्रह को बुद्धि, तेज और निर्णय क्षमता का कारक कहा गया है। देखा जाए तो बुध एक शुभ ग्रह माना जाता है लेकिन अगर कुंडली में बुध किसी  क्रूर ग्रह के साथ आ जाए तो ये बहुत अशुभ फल देने लगता है। ऐसे में कमजोर बुध के चलते जातक को नौकरी और व्यापार के साथ साथ त्वचा रोग, पढ़ाई में मन ना लगना, लेखन और अन्य क्रियात्मक कामकाज में विफलता की आशंका बनने लगती हैं। दूसरी तरफ अगर बुध प्रसन्न है और मजबूत है तो जातक को नौकरी और व्यापार में तरक्की मिलती है, उसकी बुद्धि तेज होती है और सही फैसले लेने की क्षमता बढ़ती है। इसलिए अगर आपकी कुंडली में बुध कमजोर स्थिति में हैं तो ज्योतिषीय उपाय करने की सलाह दी जाती है जिससे बुध मजबूत होकर शुभ फल दे सके। 

कमजोर बुध के लक्षण क्या क्या हैं - 

अगर बार बार त्वचा संबंधी बीमारियां आपको घेर रही हैं तो समझिए कि बुध कमजोर स्थिति में चल रहे हैं। अगर आपकी नौकरी पर संकट छा रहा है तो समझना चाहिए कि बुध कमजोर हैं।  इसके अलावा कमजोर बुध के चलते व्यवसाय और प्रतिष्ठा पर भी आंच आती है और व्यापार में घाटा होता है।

अगर आप सही फैसले नहीं कर पा रहे हैं या फिर आपके फैसलों से आपको नुकसान हो रहा है तो ये माना जा सकता है कि आपकी कुंडली में बुध कमजोर स्थिति में बैठे हुए हैं।

अगर आपका मन पढ़ाई में नहीं लग रहा है, कंपटीशन की तैयारी नहीं हो पा रही है, या फिर एकाग्रता की कमी दिख रही है तो समझना चाहिए कि कुंडली में बुध कमजोर स्थिति में हैं। 

अगर कोशिश  करने के बाद भी आप अपने घर में धन की हानि नहीं रोक पा रहे हैं और बार बार घाटा हो रहा है तो ये बुध के कमजोर होने के लक्षण कहे जा सकते हैं। 

अगर आप अपनी छोटी बहन और भांजी को नाराज कर रहे हैं या फिर वो किसी बात को लेकर आप पर कुपित हैं तो ये बुध के कमजोर होने का लक्षण है। 

अगर संयम रखने के बावजूद आपके मुंह से अपशब्द निकल रहे हैं या आप गलत बोल रहे हैं तो आपकी कुंडली में बुध के कमजोर होने की निशानी है। 

अगर आप लेखन कार्य से जुड़े हैं और सही तरह से लेख नहीं लिख पा रहे हैं, या फिर रचनात्मक कार्य नहीं कर पा रहे हैं तो ये बुध के कमजोर होने का ही लक्षण माना जा सकता है।

बुध को मजबूत करने के उपाय - 

बुधवार के दिन मां दुर्गा और भगवान गणेश  की पूजा करें। 
बुधवार को हरी मूंग की दाल का दान करना चाहिए। 
बुधवार को बुध देव के लिए व्रत उपवास करना चाहिए। 
बहन और भांजी बुध का प्रतीक हैं, बुधवार के दिन बहन और भांजी को उपहार और मिठाई देकर उन्हें प्रसन्न करना चाहिए।
अगर आपकी बहन बड़ी है तो बुधवार के दिन उसके पैर छूकर आशीर्वाद लेने से बुध प्रसन्न होते हैं।
बुधवार को हरी सब्जियों और हरे रंग के भोजन का सेवन करना चाहिए
बुधवार को हरी मूंग दाल शिवलिंग पर अर्पित करने पर बुध मजबूत होता है। 
बुधवार को गाय को हरा चारा खिलाना चाहिए, इससे बुध मजबूत होता है। 
बुध वाणी और बुद्धि का कारक है, ऐसे में बुधवार के दिन अपनी वाणी पर संयम रखना चाहिए और किसी भी रूप में अपशब्द नहीं बोलना चाहिए।
बुधवार के दिन रुपए पैसे का लेन देन नहीं करना चाहिए। 
बुधवार के दिन कोशिश करें कि पश्चिम दिशा में यात्रा ना करें।
बुधवार के दिन हरी वस्तुओं का सेवन और दान करना चाहिए।
बुधवार के दिन काले वस्त्र धारण नहीं करने चाहिए, बल्कि हरे और नीले या लाल रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए। 
बुधवार के दिन कांसे के बर्तन का उपयोग और दान करने पर बुध ग्रह मजबूत होता है। 
बुधवार के दिन व्रत कर रहे हैं तो नमक वाला भोजन नहीं करना चाहिए। 
बुधवार के दिन बुध को मजबूत करने के लिए पन्ना पहनने की सलाह दी जाती है।
बुधवार को बुध के मंत्रों का जाप करने बुध मजबूत होता है। ये मंत्र इस प्रकार हैं-
बीज मंत्र : ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः!
ॐ बुं बुधाय नमः अथवा ॐ ऐं श्रीं श्रीं बुधाय नमः!
ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:
प्रियंगुकलिकाश्यामं रूपेणाप्रतिमं बुधम। सौम्यं सौम्य गुणोपेतं तं बुधं प्रणमाम्यहम।।

Disclaimer: यहां पर मौजूद जानकारी के लिए Thejbt.com किसी भी प्रकार की मान्यता और जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को प्रयोग में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें। First Updated : Monday, 10 April 2023