गुरु रामभद्राचार्य महाराज, जो कि एक महान संत और शिक्षाविद हैं, का मानना है कि हिंदू धर्म को संकीर्ण विचारधारा से ऊपर उठकर समाज को शिक्षित और समर्पित लोगों की जरूरत है. उन्होंने बाबा बागेश्वर के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उनकी नेतृत्व शैली और हिंदू धर्म के प्रति उनकी निष्ठा सराहनीय है. दोनों संत अब धार्मिक जागरण के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए एकजुट हुए हैं.