7 दिन के लिए काले हो जाते हैं बाबा खाटूश्याम, जानें कैसे बदलता है मूर्ति का रंग!
खाटूश्यामजी का मंदिर भारत के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में गिना जाता है. इस मंदिर में लाखों भक्त बाबा श्याम के दरबार में आते हैं और उनके दर्शन करते हैं. कलयुग के अवतार बाबा श्याम को हारे का सहारा कहा जाता है.
खाटूश्यामजी का मंदिर भारत के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में गिना जाता है. इस मंदिर में लाखों भक्त बाबा श्याम के दरबार में आते हैं और उनके दर्शन करते हैं. कलयुग के अवतार बाबा श्याम को हारे का सहारा कहा जाता है. कहा जाता है कि जिंदगी या हालात से हारा हुआ कोई भी व्यक्ति अगर बाबा श्याम के दरबार में आकर माथा टेक दे तो उसकी सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं. यही कारण है कि बाबा श्याम के दरबार में भक्तों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है.
हम आपको खाटूश्यामजी के बारे में एक दिलचस्प तथ्य बताएंगे जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं. आपने खाटूश्यामजी मंदिर जाकर बाबा श्याम के दर्शन किए होंगे या फिर सोशल मीडिया पर बाबा श्याम की तस्वीर देखी होगी. इस बीच आपने देखा होगा कि बाबा श्याम के मस्तक का स्वरूप कभी काला तो कभी पीला होता है. क्या आपने कभी सोचा है कि खाटूश्यामजी की मूर्ति का रंग कैसे बदलता है? आज की खास स्टोरी में हम आपको इसी दिलचस्प और रहस्यमयी तथ्य के बारे में बताने जा रहे हैं.
बाबा श्याम को दो रूपों में देखा जाता है
बाबा श्याम एक माह में दो रूपों में भक्तों को दर्शन देते हैं. कृष्ण पक्ष में इसे श्याम वर्ण (पीला रंग) और शुक्ल पक्ष में पूर्ण शालिग्राम (काला रंग) के रूप में देखा जाता है. श्री श्याम मंदिर कमेटी के अध्यक्ष प्रताप सिंह चौहान ने बताया कि कृष्ण और शुक्ल पक्ष के अनुसार बाबा का शृंगार अलग-अलग होता है. कृष्ण पक्ष में बाबा के माथे से लेकर गालों तक चंदन का लेप तिलक के रूप में लगाया जाता है. इसे श्याम वर्ण रूप कहा जाता है.
अमावसया के दिन होता है बाबा का अभिषेक
बाबा कृष्ण माह में 23 दिनों तक इसी रूप में रहते हैं. अमास के दिन बाबा का विभिन्न प्रकार के द्रव्यों से अभिषेक किया जाता है. जिससे प्रतिमा अपने मूल स्वरूप में दिखाई देती है. इसे शालिग्राम स्वरूप कहा जाता है. बाबा श्याम शुक्ल पक्ष के सात दिनों तक इसी रूप में रहते हैं. यानि कि खाटू बाबा की यह मूर्ति 23 दिन तक काले रंग में और सात दिन तक शालिग्राम रूप में दिखाई देती है. मेकअप के साथ उनका रूप बदल जाता है.