Bhairav Temple: उज्जैन के 56 भैरव मंदिर में लगाया लोगों ने 101 प्रकार की शराब और सिगरेट का भोग
Ujjain News: महाकाल की नगरी चमत्कारों से भरी पड़ी है. वहां पर लोग दूर देश-विदेश से भैरव के मंदिर में भोग लगाने आते हैं. यहां के मंदिरों में हर समय लाखों की संख्या में भक्त मौजूद होते हैं.
हाइलाइट
- महाकाल की नगरी चमत्कारों से भरी पड़ी है.
Bhairav Temple: महाकाल की नगरी चमत्कारों से भरी पड़ी है. यहां कई ऐसे मंदिर हैं जिनकी पौराणिक मान्यताएं काफी मानी जाती हैं. मंदिरों में छप्पन भोग लगाए जाने की खबरें तो आपने अक्सर सुनी और देखी भी होंगी, लेकिन उज्जैन के इस मंदिर में भैरवनाथ को लगाया जाने वाला यह महाभोग अपने आप में खास है. पौराणिक मान्यता के अनुसार यह मंदिर 56 भैरव नाम से प्रसिद्ध है. इस मंदिर में भैरव बाबा के 56 स्वरूप देखने को मिलते हैं साथ ही इस मंदिर में लोग दूर देश-विदेश से भी आते हैं.
शक्ति प्राप्त करने आते हैं दूर देश-विदेश से तंत्रिक
मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि इस मंदिर में भैरव बाबा के 56 स्वरूप देखने को मिलते हैं जो सभी तांत्रिक क्रियाओं के लिए विशेष माने गए हैं. तंत्र क्रिया की साधना अघोरी व तांत्रिक क्रिया करते हैं. इसे मंदिर में दुनिया के हर कोने से तंत्रिक सिद्धि और शक्ति प्राप्त करने आते हैं. कहा जाता है कि यहां पर हर साल मेला भी लगता है जिसमें लाखों और करोड़ों की संख्या में तंत्रिक मौजूद होते हैं और रात में पूजा-पाठ कर भगवान को प्रसन्न करते हैं.
101 प्रकार की शराब का भोग
उज्जैन का यह 56 भैरव बाबा का मंदिर लाखों और करोड़ों साल पुराना है यहां पर हर रोज श्रद्धालु देखे जाते हैं जो कि भैरव बाबा की पूजा-अर्चना के लिए आते हैं. इतना ही नहीं इस मंदिर की मान्यता भी काफी मानी जाती है. कहा जाता है कि जो भी श्रद्धालु यहां पर सच्चे मन से आता है.
सिगरेट और तंबाकू का भोग
मान्यता है कि उसकी इच्छा जरूर पूर्ण की जाती है. इतना ही नहीं मंदिर के भक्तों की संख्या विदेशों में भी काफी है जो प्रतिवर्ष अपनी ओर से विदेश की जान-मानी शराब प्रसाद के लिए लेकर आते हैं. काल भैरव जंयती पर इस बार भी विदेश के लाखों संख्या में अलग-अलग देशों से 101 प्रकार की मदिरा बाबा को भोग के रूप में चढ़ाई जाती है साथ ही सिगेरेट, तंबाकू के साथ भांग, अफीम और गांजा भी अर्पित किया गया.