Waterway Plant Remedies: हमारे चारों ओर ऐसे पौधे और पेड़ हैं, जो पूजनीय होने के साथ-साथ स्वास्थ्य का भी ख्याल रखते हैं. चिरचिटा, लटजीरा यानी अपामार्ग इन्हीं में से एक है. पिपला, तुलसी, शमी और अपराजिता जैसे पौधों के साथ-साथ अपामार्ग के पौधे भी हिंदू धर्म में पूजनीय हैं. इस पौधे में औषधीय और दैवीय दोनों गुण मौजूद हैं. इसीलिए किसी भी हवन-पूजन में यह विशेष रूप से आवश्यक है. इस पौधे के कुछ उपाय व्यक्ति की किस्मत चमका सकते हैं. साथ ही जीवन में सभी भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है. चिरचिटा उपाय के फायदों के बारे में आपको बताते हैं.
लाल अपामार्ग की टहनी से दातुन करने से वाक् सिद्धि प्राप्त होती है. इसका मतलब यह है कि कोई व्यक्ति जो कहता है वह सच हो सकता है. मगसर मास की पूर्णिमा के दिन सुबह विधिपूर्वक पंचोपचार पूजा करें और मंत्र जाप के बाद हाथ पर बांध लें. ऐसा करने से बड़ी से बड़ी समस्या से भी राहत मिल जाती है. माना जाता है कि अगर आप सफेद अपामार्ग को अपने घर में लगाकर घर में सही जगह पर रखते हैं तो आपको खुशियां मिल सकती हैं. इसके अलावा सफेद अपामार्ग के पौधे को जलाकर उसकी राख को गाय के घी में मिलाकर सेवन करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है. ज्योतिष के अनुसार अपमार्ग की जड़ को पानी में घिसने से वशीकरण शक्ति प्राप्त होती है. इसके लिए अपामार्ग की जड़ को गोरोचन के साथ पीसकर तिलक लगाना चाहिए. अपामार्ग औषधि के साथ वरदान भी देता है.
यदि इस पौधे की जड़ को रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र के दिन किसी गर्भवती महिला की कमर में मजबूत धागे से बांध दिया जाए तो इसका प्रभाव आसानी से और जल्दी दिखाई देगा. यदि घर में किसी की बुरी नजर लग गई हो या विवाह तय होकर टूट गया हो तो अपामार्ग की जड़ का पंचोपचार से पूजन करके दाहिने हाथ में धारण करें. ध्यान रखें कि इसे आपको एक साल तक रखना है. किसी भी शुभ मुहूर्त में अपामार्ग पौधे की जड़ को घर की तिजोरी में रखने से अन्न एवं धन की प्राप्ति होती है. वहीं रवि-पुष्य योग में अपामार्ग की जड़ की पूजा करने से जमीन में गड़े धन का पता चल जाता है. साथ ही घर से नकारात्मक ऊर्जा भी नष्ट हो जाती है. First Updated : Thursday, 16 May 2024