Chaitra Navratri 2024: आज चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की द्वितिया तिथि है. इस दिन मां दुर्गा के दूसरे रूप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा का विधान है. माता के इस रूप की पूजा करने से काम में सफलता मिलती है और हर संकट से लड़ने की क्षमता पैदा होती है. आज के दिन ब्रह्मचारिणी की विशेष पूजा करने से माता का आशीवार्द मिलता है तो चलिए पूजा के शुभ मुहूर्त के बारे में जानते हैं.
ब्रह्म मूहूर्त: सुबह 04:31 मिनट से लेकर 05:17 मिनट तक
अभिजीत मूहूर्त: दोपहर 11:5 से 12:48 मिनट तक
विजय मूहूर्त: दोपहर 02:30 मिनट से 03:21 मिनट तक
चैत्र नवरात्री के दूसरे दिन महादेव जगत जननी मां गौरी के साथ रहेंगे. इस दिन प्रीति योग का संयोग बन रहा है इसके अलावा बालव और कौलव करण के भी योग बन रहे हैं. ऐसे में मनवांछित फल पाने के लिए संध्या के समय रुद्राभिषेक कर सकते हैं.
ब्रह्मचर्यितुम शीलम् यस्य स ब्रह्मचारिणी।
सत्यदानन्द स्थिरा च विश्वरूपा नमोस्तुते।
ॐ देवी ब्रह्मचारिण्यै नमः
मां ब्रह्मचारिणी शक्कर और पंचामृत बेहत प्रिय है ऐसे में माता की पूजा आरती करने के बाद शक्कर और पंचामृत का भोग जरूर लगाए. ऐसा करने से माता प्रसन्न होंगी और आपको आशिर्विाद देंगी. First Updated : Wednesday, 10 April 2024