Eclipse 2025: साल 2024 अब खत्म होने को है और 2025 का आगमन बस कुछ ही दिनों में होने वाला है. नए साल के साथ कई महत्वपूर्ण खगोलीय घटनाएं देखने को मिलेंगी, जिनमें ग्रहण प्रमुख हैं. हिंदू धर्म में ग्रहण का विशेष महत्व है. इसे शुभ-अशुभ संकेतों से जोड़ा जाता है और इससे संबंधित पूजा-अर्चना भी की जाती है. आइए जानते हैं साल 2025 में कब-कब ग्रहण लगेगा, उसका समय और किन स्थानों पर यह दिखाई देगा.
2025 में कितने ग्रहण लगेंगे?
आपको बता दें कि साल 2025 में कुल 4 ग्रहण लगने वाले हैं, जिनमें 2 सूर्य ग्रहण और 2 चंद्र ग्रहण शामिल हैं. पहला सूर्य ग्रहण मार्च में पड़ेगा, जो चैत्र नवरात्रि से एक दिन पहले का है. वहीं, अन्य ग्रहणों की तिथियां और विवरण भी जानना बेहद जरूरी है.
पहला सूर्य ग्रहण - 29 मार्च 2025
वहीं आपको बता दें कि साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च को होगा। यह एक खंडग्रास सूर्य ग्रहण होगा. पंचांग के अनुसार, यह ग्रहण चैत्र कृष्ण पक्ष की अमावस्या के दिन लगेगा.
सूर्य ग्रहण का समय
किन देशों में दिखेगा यह सूर्य ग्रहण?
इसके अलावा आपको बता दें कि यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. हालांकि, यह ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, उत्तरी ब्राजील, बरमूडा, बारबाडोस, डेनमार्क, आयरलैंड, मोरक्को, ग्रीनलैंड, फिनलैंड, जर्मनी, फ्रांस, हंगरी, कनाडा का पूर्वी भाग, उत्तरी रूस, स्पेन, सूरीनाम, स्वीडन, पोलैंड, पुर्तगाल, लिथुआनिया, हॉलैंड, नॉर्वे, यूक्रेन, स्विट्जरलैंड, इंग्लैंड और अमेरिका के पूर्वी क्षेत्र में दिखाई देगा.
क्या लगेगा सूतक?
बता दें कि सूतक का प्रभाव केवल उन्हीं स्थानों पर होता है, जहां ग्रहण दिखाई देता है. चूंकि 29 मार्च 2025 का सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा, इसलिए इसका सूतक भी मान्य नहीं होगा.
ग्रहण के दौरान क्या करें?
ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ और अन्य धार्मिक गतिविधियां करना शुभ माना जाता है. हिंदू धर्म में ग्रहण के समय भोजन बनाने और खाने की मनाही होती है. पहले से पके भोजन में तुलसी के पत्ते डालने का प्रचलन है, ताकि उसे शुद्ध रखा जा सके.
2025 में ग्रहण की सूची