chandr grahan 2023: चंद्र ग्रहण के दौरान क्यों खुले रहते हैं उज्जैन महाकाल मंदिर के कपाट, जाने इसके पीछे का रहस्य

chandr grahan 2023: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जहां ग्रहण दिखाई नहीं देते हैं वहां सूतक नहीं लगता है। कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान सभी मंदिर के कपाट बंद कर दिया जाता है लेकिन इस दौरान महाकाल मंदिर के पट खुले रहते हैं।।

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

chandr grahan 2023: हिंदू पंचांग के अनुसार 5 मई यानी आज वैशाख पूर्णिमा है इस दिन चंद्र ग्रहण भी लगने वाला है चंद्र ग्रहण की शुरुआत संध्याकाल में 8:44 से शुरू होकर रात्रि 1:02पर समाप्त होगी। यह ग्रहण 4 घंटे 15 मिनट का रहेगा। ज्योतिष शास्त्र की मानें तो भारत में चंद्र ग्रहण दिखाई नहीं देगा इसलिए यहां सूतक भी मान्य नहीं होगा।हालांकि ग्रहण के समय कुछ सावधानियों को बरतनी जरूरी होती है खासकर गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान देना चाहिए। ग्रहण के दौरान मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि ग्रहण के दौरान उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर के कपाट खुले रहते हैं। तो आइए जानते हैं मंदिर का पट खुले रहने का पीछे का रहस्य क्या है।

ग्रहण के समय भी क्यों खुले रहते महाकाल मंदिर के कपाट

ग्रहण के समय राहु और केतु का पृथ्वी पर नकारात्मक प्रभाव रहता है। इसलिए इस दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है। उज्जैन में स्थित महाकाल मंदिर के पुजारी का कहना है कि देवों के देव महादेव प्रलय के अधिपति हैं। उन्होंने सृष्टि की रचना की है वहीं सहायक है वही मृत्युंजय है या सरल शब्द में कहे तो मृत्यु उनसे पड़े हैं। धर्म शास्त्र के अनुसार भगवान भोलेनाथ ने ग्रह नक्षत्र आदि का निर्माण किया है जिस कारण उन पर ग्रहों का शुभ और अशुभ प्रभाव नहीं पड़ता है इसी वजह से ग्रहण के समय भी महाकाल मंदिर का पट बंद नहीं किया जाता है। हालांकि चंद्रग्रहण के दौरान  मंदिर के गर्भ गृह में पुजारी एवं भक्तों का प्रवेश वर्जित रहता है। वहीं ग्रहण समाप्त होने के बाद मंदिर को गंगाजल से धोकर शुद्ध किया जाता है इसके बाद ही विधिवत तरीके से महादेव की पूजा अर्चना की जाती है ।

धार्मिक पक्ष

ऐसा मान्यता है कि जहां ग्रहण दिखाई नहीं देता है वहां सूतक नहीं लगता है लेकिन फिर भी कुछ नियमों का पालन किया जाता है कहा जाता है कि ग्रहण के बाद घर की साफ सफाई करनी चाहिए। उसके बाद स्नान ध्यान करके देवी देवताओं की पूजा करनी चाहिए।   

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05 May 2023, 10:19 AM IST

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