Chhat Puja 2023: अगस्त से त्योहारों का सिलसिला जारी है ऐसे में हर महीने में कोई न कोई त्योहार देखने को मिल रहा है. जैसा कि आप लोग जानते ही हैं कि नवरात्र चल रहे हैं उसके बाद दीपावली आने वाली है और उसके बाद छठ पूजा का पर्व पूरे देशभर में मनाया जायेगा. छठ पूजा का पर्व पूरे चार दिनों तक होता है. इस बार छठ पूजा का त्योहार 28 अक्टूबर को मनाया जा रहा है. छठ पूजा में 36 घंटे निर्जला व्रत रखा जाता है. सूर्य देव और छठी मैया की पूजा की जाती है. इसीलिए कार्तिक तिथि को नहाया जाता है.
छठ पूजा का पहला दिन नहाय और खाय के तौर पर मनाया जाता है. इसमें सबसे पहले स्नान किया जाता है, फिर छठ पूजा का उपवास रखा जाता है उसके बाद परिवार के साथ मिलकर भोजन किया जाता है. इस व्रत में भोजन करने से पहले नहाने की परंपरा को अपनाया जाता है. माना जाता है कि छठ का उपवास में कद्दू की सब्जी, चने की दाल और चावल का सेवन करना चाहिए.
कार्तिक शुक्ल की पंचमी तिथि यानी दूसरे दिन खरना मनाया जाता है इस दिन व्रत वाले लोग पूरे दिन उपवास करते हैं और शाम में भोजन ग्रहण करते हैं. खरना के मौके पर प्रसाद के रूप में गन्ने के रस से बनी चावल की खीर, चावल का पिट्ठा और घी चुपड़ी रोटी खाई जाती है. लेकिन इसमें न तो नमक डाला जाता है और न ही चीनी.
तीसरे दिन भगवान सूर्य देव की पूजा-अर्चना की जाती है. सूर्य देव को दूध और जल का अर्घ्य दिया जाता है. वहीं सूर्यास्त के समय उपवास रखने वाले नदी, तालाब या कुंड के किनारे एक्त्र होकर समूह सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है.
छठ पूजा का चौथा दिन यह व्रत का अंतिम दिन होता है.इसकी पूरी प्रक्रिया संध्या अर्घ्य की तरह दोहराई जाती है. इसके साथ ही इसका समापन 31 अक्टूबर को हो रहा है. इस दिन कच्चे दूध का बना शरबत पीकर उपवास खोला जाता है.
पुरानी मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि किसी भी पूजा में काले रंग के कपड़े नहीं पहने जाते हैं काले रंग के कपड़े पहनना अशुभ माना जाता है. इसीलिए पूजा के दौरान कोई भी पुरुष या महिला काले रंग के कपड़े नहीं पहनते हैं. छठ पूजा पर आप काले रंग की जगह पीला, हरा, गुलाबी, नारंगी और लाल रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है. First Updated : Tuesday, 17 October 2023