Devkinandan Thakur Pravachan: गृहस्थ जीवन में खुशहाली का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है परिवार में सामंजस्य बनाए रखना. देवकीनंदन ठाकुर महाराज के अनुसार, जब पति-पत्नी और परिवार के अन्य सदस्य एक-दूसरे को समझते हैं और एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करते हैं, तब घर में शांति और प्रेम बना रहता है. सामंजस्यपूर्ण संबंधों के लिए एक-दूसरे की जरूरतों को समझना और साथ ही उन्हें पूरा करने का प्रयास करना आवश्यक है.

अक्सर गृहस्थ जीवन में समस्याएं इसलिए उत्पन्न होती हैं क्योंकि लोग अपनी भावनाओं को सही तरीके से व्यक्त नहीं कर पाते. गृहस्थ जीवन में आपसी विश्वास और सम्मान का बहुत बड़ा योगदान होता है. देवकीनंदन बताते हैं कि जब पति-पत्नी एक-दूसरे पर विश्वास करते हैं और एक-दूसरे की भावनाओं को महत्व देते हैं, तब उनके संबंध मजबूत होते हैं. साथ ही, सम्मान पूर्ण व्यवहार ही एक-दूसरे को बेहतर तरीके से समझने में सहायक होता है.