Dhanteras 2023: शास्त्रों के अनुसार धन के देवता कुबरे भगवान तो माना जाता है तो वहीं धन की देवी माता लक्ष्मी को माना जाता है. कहा जाता है कि कुबेर के पास धन की कोई कमी नहीं थी वह दुनिया में सबसे ज्यादा धनी था. इस बर कुबेर को घमंड हो गया था. ऐसे में कुबरे देव ने भगवान शिव को खाने में आमंत्रित किया घमंड में कुबेर देव ने भगवान शिव सहित उनके पूरे परिवार को भोजन के लिए अपने महल में आमंत्रित किया था. भगवान शिव ने कहा हम से अच्छा तो आपको जरूरतमंदों को भोजन करा देना चाहिए था,
लेकिन कुबेर तो भोलेनाथ को ही ले जाने के लिए आए थे. भगवान को शिव को कुबेर के बारे में पहले ही पता था साथ ही उन्होंने अपनी पत्नी पार्वती से इस बारे में चर्चा की. शंकर भगवान ने सोचा कि कुबरे का घमंड तोड़ना पड़ेगा . भगवान शिव ने कुबेर से कि मैं तो कैलाश छोड़कर नहीं जा सकता इसीलिए आप गणेश को लेकर जा सकते हैं.
भोलेनाथ की बात का मान रखने के लिए इस आयोजन में गणेश जी शामिल हुए थे. श्री गणेश की खातिर में कुबेर देव ने अनगिनत पकवान, भोजन स्वर्ण को माणिक्य, मोती और बेशकीमती रत्नों से निर्मित बर्तन में परोस दिया था. गणेश जी ने खाना शुरु किया और बहुत देर खाने के बाद भी तृप्त नहीं हुए.
कुबेर का पूरा अन्न धीरे-धीरे समाप्त हो गया और वो घबरा गए. इसी घबराहट में वह सीधा शंकर भगवान के पास पहुंचे और पूरी बात बताई जिसके बाद माता पार्वती ने उन्हें खीर दीं और कहा जाओं ये खीर गणेश को दे दो. कुबेर ने वह खीर भगवान गणेश को दे दी उसे खाने के बाद गणेश जी का पेट भर गया यह देख कुबेर का घमंड टूट गया और वह भोलेनाथ के पास जाकर माफी मागंने लगे. First Updated : Friday, 10 November 2023