Chhat Puja 2023: कार्तिक मास की अमावस्या को दिवाली मनाने के करीब 6 दिन पहले कार्तिक शुक्ल को छठ पूजा के रूप में मनाया जाता है. यह चार दिनों का त्योहार होता है जिसमें साफ - सफाई का खास ख्याल रखा जाता है. छठ पूजा का यह व्रत काफी कठिन माना जाता है. इसे महापर्व और महाव्रत का नाम से भी जाना जाता है.
यह महाव्रत छठी मइया को समर्पित है. जो सूर्य देव की बहन हैं. उन्हीं को प्रसन्न करने के लिए यह महाव्रत रखा जाता है. छठी देवी को प्रसन्न करने के लिए जीवन के महत्वपूर्ण अवयवों में सूर्य और जल की महत्वता को मनाते हैं. जिनको साक्षी मानकर भगवान सूर्य की पूजा - अर्चना की जाती है और उन्हें धन्यवाद करते हुए मां गंगा - यमुना या किसी भी पवित्र नदी के किनारे पूजा की जाती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि छठी देवी के पति का क्या नाम था और वह कौन थे?
पुराणों के अनुसार छठी मइया के पति का नाम 'कार्तिकेय' है. कार्तिकेय जो भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र हैं और भगवान गणेश के भाई भी हैं. श्रीमत भागवत महा पुराण के अनुसार प्रकृति के छठे अंश से प्रकट हुई 16 माताओं से प्रसिद्ध छठी मइया हैं जो कार्तिकेय की पत्नि हैं. छठी देवी को भ्रमाजी की मानस पुत्री भी कहा गया है. First Updated : Tuesday, 17 October 2023