आज भी कई लोगों की मानसिकता है कि इस देश पर एक आदमी का शासन है. यहां महिलाओं की तुलना में पुरुषों की बातों को ज्यादा पसंद किया जाता है, लेकिन समय-समय पर सब कुछ बदलता रहता है. अब आधी आबादी भी एक क्षेत्र में अपनी ताकत दिखा रही है. हालांकि ये बात आचार्य चाणक्य ने कई साल पहले ही कह दी थी. उन्होंने अपने 'नियत शास्त्र' में उन तीन चीजों के बारे में बताया है, जिसमें महिलाओं का नाम पुरुषों से पहले आता है. तो आइए विस्तार से जानते हैं कि ये चीजें क्या हैं.
चतुराई
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि महिलाएं पुरुषों की तुलना में अधिक चतुर और चालाक होती हैं. उनकी सोचने-समझने की शक्ति पुरुषों से ज्यादा होती है. आमतौर पर महिलाएं चुनौतियों से नहीं डरती हैं और सभी समस्याओं का साहस के साथ सामना करती हैं.
नरम दिल
आचार्य चाणक्य ने अपने 'नीति शास्त्र' में कहा है कि महिलाओं का हृदय पुरुषों की तुलना में अधिक कोमल होता है. वे दिमाग से ज्यादा दिल की सुनते हैं. इससे वह कभी भी अपने परिवार को दुख नहीं पहुंचा सकती. हर मुसीबत में अपने परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलता है.
बहादुर
आमतौर पर कहा जाता है कि पुरुष महिलाओं की तुलना में अधिक बहादुर होते हैं. लेकिन आचार्य चाणक्य का मानना था कि महिलाएं पुरुषों से ज्यादा बहादुर होती हैं. वह किसी भी परिस्थिति में घबराती नहीं है. इस कारण इन्हें 'शक्ति' की संज्ञा भी दी गई है. First Updated : Monday, 20 May 2024