Ganesh Chaturthi: गणेश चतुर्थी पर लाएं गणपति जी की यह मूर्ति, परिवाार पर बरसेगी अपार कृपा
Ganesh Chaturthi: यह त्योहार जन्माष्टमी के बाद आता है. इस उत्सव में कई प्रकार की मिठाईंयां बनाई जाती हैं और गणपति महाराज को भोग लगाया जाता है.
Ganesh Chaturthi: इस बार गणेश चतुर्थी का त्योहार 19 सितंबर 2023 को मनाया जाएगा. यह त्योहार जन्माष्टमी के बाद आता है. इस उत्सव में कई प्रकार की मिठाईंयां बनाई जाती हैं और गणपति महाराज को भोग लगाया जाता है. ऐसे में आइए जानते हैं कि गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश जी कौन - सी मूर्ति लाना शुभ होगा.
जानें कौन - सी मूर्ति लाना है शुभ
गणेश चतुर्थी पर, विशेष रूप से श्रीलिंगराज लिंगमूर्ति का पूजन करना शुभ माना जाता है. इस मूर्ति का अर्थ होता है, "सुखी, धनी, भक्ति और संपन्नता में अच्छी प्रगति करने वाले आपत्तिहीन और विजयी गणेश." यह मूर्ति अमरनाथ धाम के पास मिली जाती है.
श्रीलिंगराज मूर्ति की विशेषताएं -
श्रीलिंगराज मूर्ति, गणेश जी की अद्वैत रूप मानी जाती है और इसे गणेश चतुर्थी के दिन पूजन किया जाता है. इस मूर्ति में गणेश जी को चार मुख होते हैं, जो उनकी चार पक्ष और चार वेदों को प्रतिष्ठित करते हैं. इस मूर्ति को श्रीलिंगराज कहा जाता है क्योंकि विशेष हस्ताक्षर से यह ज्ञात होता है कि गणेश जी की उपस्थिति सदैव लिंग रूप में होती है. इस मूर्ति को पूजने से शुभ घर में धन, संपत्ति और सुख की प्राप्ति होती है.
देखने में कैसी होती है भगवान गणेश की श्रीलिंगराज मूर्ति?
श्रीलिंगराज मूर्ति में गणेश जी को चार मुख होते हैं, जो विभिन्न दिशाओं को प्रतिष्ठित करते हैं. चार मुखों के साथ ही गणेश जी की बंदर मुद्रा देखने को मिलती है, जिससे यह ज्ञात होता है कि वे अपनी शक्ति और सामर्थ्य को संपादित करते हैं. मूर्ति का आकार साधारणतः छोटा होता है और धातु, पारदर्शी पत्थर या पथरील द्रव्य से बना होता है. इस मूर्ति में गणेश जी की पूजा करने से घर में धन, संपत्ति और सुख की प्राप्ति होती है.