Garuda Purana: गरुड़ पुराण में मनुष्य के अच्छे और बुरे कर्मों के आधार पर नर्क और स्वर्ग की यात्रा का वर्णन किया गया है. इसमें बताया गया है कि यमराज के दूत पापियों की आत्मा को उनके कर्मों के अनुसार सजा दिलाने के लिए यमलोक ले जाते हैं. गरुड़ पुराण में उन पुरुषों के लिए कड़ी सजा का प्रावधान भी है जो महिलाओं पर अत्याचार करते हैं, उनका शोषण करते हैं.
जो पुरुष पराई स्त्रियों पर बुरी नजर डालते हैं या उनका शोषण करते हैं, उनकी आत्मा को नर्क में ले जाकर धधकते हुए लोहे के खंभे का आलिंगन करवाया जाता है. इस पीड़ा में उनका शरीर पूरी तरह जल जाता है. अगले जन्म में उन्हें लकड़बग्घा या शाही की योनी में जन्म लेना पड़ता है.
जो पुरुष कुंवारी कन्या से संबंध बनाने का पाप करते हैं, उन्हें नर्क में खौलते हुए तेल में डाला जाता है. इसके बाद अगले जन्म में उन्हें अजगर की योनी मिलती है. यमराज के दूत इन पापियों को कठोर यातनाएं देकर दंडित करते हैं.
महिलाओं का गर्भ निर्धारण करवाकर कन्याओं की हत्या करने वालों को नपुंसक बनकर अगले जन्म में जन्म लेना पड़ता है. नर्क में यमदूत ऐसे पापियों को जंगली जानवरों जैसा दंड देते हैं.
मित्र की पत्नी के साथ संबंध बनाने की कोशिश करने वाले पापियों को नर्क में भयंकर यातनाएं दी जाती हैं. उन्हें गधे की योनी में जन्म लेकर पृथ्वी पर वापस भेजा जाता है.
गुरु की पत्नी पर बुरी नजर डालने वालों को नर्क में निर्वस्त्र करके लोहे की गरम सलाखों से दंडित किया जाता है. इस अपराध के बाद अगले जन्म में इन्हें गिरगिट की योनी में जन्म लेना पड़ता है.
Disclaimer: ये आर्टिकल धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. JBT इसकी पुष्टि नहीं करता. First Updated : Thursday, 28 November 2024