इस्लाम में ईद से पहले मनाये जाते थे ये दो त्योहार, इस तरह हुई थी ईद की शुरुआत

EID History: ईद का त्योहार तो सभी मनते हैं और जो नहीं मनाते वो भी इसके बारे में थोड़ी बहुत जानकारी रखते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि इस त्योहार की शुरुआत कब से हुई

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EID 2024: रमजान का महीना खत्म हो चुका है, 10 अप्रैल को शव्वान के महीने का चांद नजर आया और 11 अप्रैल को ईद का त्योहार हिंदुस्तान में मनाया जा रहा है. ईद रमजान के 30 रोजों के बाद आने वाला अहम त्योहार है. यह त्योहार मुसलमानों के लिए सबसे अहम और सबसे बड़ा होता है. ईद के इस खास मौके पर आज हम आपको ईद के इतिहास के बारे में बताने जा रहे हैं. पढ़िए

ईद के त्योहार से लगभग सभी लोग वाकिफ हैं लेकिन क्या आपको पता है कि ईद की शुरुआत कब हुई? चलिए तो फिर बताते हैं कि जब पैगंबर हजरत मोहम्मद (स.) मक्का से हिजरत करने के बाद मदीना चले गए तो वहां के लोग दो त्योहार मनाया करते थे. इन त्योहारों पर तरह-तरह के खेल तमाशे हुआ करते थे. जिसको देखकर पैगंबर हजरत मोहम्मद (स.) ने पूछा कि इन दो दिनों में आप लोग क्या मनाते हैं, इसकी हकीकत क्या है? लोगों ने जवाब दिया कि वो लोग पहले से ये दो त्योहार मनाते आ रहे हैं. 

इसके बाद पैगमबर हजरत मोहम्मद ने कहा कि अब आपको इन दो त्योहारों के बदले इनसे बेहतर दो दिन तय कर दिए गए हैं. जिनका नाम ईद उल फित्र और ईद इल अज़हा (बकरीद) है. इसी तरह इस्लाम में ईद के त्योहारों की शुरुआत हुई. एक जानकारी के मुताबिक पैगंबर हजरत मोहम्मद (स.) ने पहली बार ईद की नमाज़ की सन दो हिजरी में पढ़ाई थी. इस्लामी कैलेडेंर को हिजरी कैलेंडर भी कहा जाता है. फिलहाल इस्लामी कैलेंडर के हिसाब से साल 1445 चल रहा है. इस्लामी कैलेंडर की शुरुआत भी तभी से हुई थी जब पैगंबर मोहम्मद (स.) ने मक्का से मदीना के लिए हिजरत की थी. 

क्या होती है हिजरत:
हिजरत एक तरह के विस्थापन को कहा जाता है. पैगंबर मोहम्मद साहब पहले मक्का में रहते थे, धीरे-धीरे इस्लाम लोगों तक फैलता जा रहा था लेकिन उनके दुश्मनों में भी इज़ाफा होता जा रहा है. पैगंबर मोहम्मद के ना मानने वाले  उनके मानने वालों को तकलीफ पहुंचाते थे. ऐसे में उन्होंने मक्का छोड़कर मदीना चले गए थे.  First Updated : Wednesday, 10 April 2024

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