राधा रानी श्री कृष्ण से कितनी बड़ी थीं? यहां जानिए शिव-पार्वती और सिया राम के बीच उम्र का अंतर

हिंदू धर्म की पौराणिक कथाओं में देवी-देवताओं के बीच उम्र के अंतर के बारे में कई रोचक बातें बताई गई हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि कृष्ण भगवान और राधा के बीच उम्र का अंतर, भगवान राम और माता सीता के बीच उम्र का अंतर और शिव जी और माता पार्वती के बीच उम्र का अंतर कितना था.

हिंदू धर्म में देवी-देवताओं की उम्र को लेकर कई रोचक और चौंकाने वाली बाते सामने आती है, जो पौराणिक कथाओं में वर्णित हैं. इन कथाओं में भगवान राम से लेकर राधा-कृष्ण तक, शिव-पार्वती से लेकर गणेश और लक्ष्मी तक के बीच उम्र के अंतर के बारे में कई बातें बताई गई हैं. इन धार्मिक कथाओं को जानने से हमें हमारे धर्म और संस्कृति की गहरी समझ प्राप्त होती है. 

भगवान राम और माता सीता के उम्र का अंतर

रामायण के अनुसार, भगवान राम और माता सीता के बीच करीब 9 साल का उम्र का अंतर था. तुलसीदास ने अपनी रामचरितमानस में इस बात का उल्लेख किया है कि माता सीता की उम्र 18 वर्ष थी, जबकि भगवान राम की उम्र 27 वर्ष थी. इस प्रकार, दोनों के बीच 9 वर्ष का अंतर था. वहीं, वाल्मीकि रामायण के अनुसार, भगवान राम माता सीता से 7 साल और 1 महीने बड़े थे. रामचरितमानस में लिखा है- 'वर्ष अठारह की सिया, सत्ताईस के राम.'

राधा और कृष्ण के बीच उम्र का अंतर

राधा और कृष्ण के बीच भी उम्र का अंतर रहा है. कई कथाओं के अनुसार, राधा, भगवान कृष्ण से 3 साल और 11 महीने बड़ी थी, जबकि कुछ अन्य कथाओं में राधा को कृष्ण से 4 साल बड़ी बताया गया है. वहीं, कुछ खास कथाओं में ये भी कहा गया है कि राधा रानी, कान्हा जी से 9 महीने बड़ी थी.

शिव जी और माता पार्वती का उम्र का अंतर

भगवान शिव को अमर और पार्वती जी को देवी के रूप में पूजा जाता है, इसलिए उनके बीच उम्र का कोई निश्चित अंतर नहीं बताया गया है. हालांकि, जब मां पार्वती ने भगवान शिव से शादी के लिए तपस्या की थी, तब उनकी उम्र करीब 16 से 18 साल के बीच थी.

भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का संबंध

भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के बीच उम्र का कोई अंतर नहीं बताया गया है, क्योंकि भगवान विष्णु अनादि (अमर) माने जाते हैं और माता लक्ष्मी भी आदिशक्ति (अमर) हैं. कुछ ग्रंथों में कहा गया है कि समुद्र मंथन के दौरान लक्ष्मी का प्राकट्य हुआ था, लेकिन भगवान विष्णु पहले से ही मौजूद थे.

गणेश जी और उनकी पत्नियां सिद्धि और रिद्धि

भगवान गणेश की पत्नियां सिद्धि और रिद्धि हैं, जो क्रमशः बुद्धि और आध्यात्मिक शक्तियों और धन और समृद्धि का प्रतीक मानी जाती हैं. हालांकि, पुराणों में गणेश और उनकी पत्नियों के बीच उम्र के अंतर को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है.

Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई जानकारी इंटरनेट पर उपलब्ध स्रोतों पर आधारित है और ये सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से दी जा रही है. Jbt.com इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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07 April 2025, 04:23 PM IST

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