भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना के लिए सावन का महीना बेहद शुभ माना जाता है. प्रकृति का निर्माण करने वाले भगवान शिव को सावन का महीना अधिक प्रिय है. ऐसे में बहुत सारे शिव भक्त व्रत रखते हैं, कांवड़ यात्रा निकालते हैं. इसके बावजूद हिन्दू धर्म में सावन के महीने में रुद्राभिषेक करने का भी विशेष प्रावधान है. बताया गया है कि रुद्राभिषेक करने से भगवान भोलेनाथ बहुत खुश होते हैं और भक्तों पर अपनी असीम कृपा बरसाते हैं. इसके अलावा अगर कुंडली में कालसर्प दोष है तो वो पूरी तरह से खत्म हो जाता है.
वहीं आपकी कुंडली के अन्य ग्रह जो शांत नहीं हो वह भी शिवलिंग का अभिषेक करने के बाद शांत हो जाते हैं. हर भक्त सावन में प्रत्येक दिन ही शिवलिंग का जलाभिषेक करने मंदिर पहुंचते हैं. मगर इस सावन में रुद्राभिषेक करने के लिए 7 दिन को चुना गया है जो बेहद शुभ और फलदायी है.
जानें शिव की रुद्राभिषेक सामग्री
सावन में अगर आप रुद्राभिषेक कराने का मन बना रहे हैं तो आपको कुछ विशेष सामग्रियों को इकठ्ठा करना होगा. इसके लिए सबसे पहले आपको गंगा जल, दूध, दही, चीनी, घी के साथ शहद खरीद कर रखने की जरूरत है. वहीं रुद्राभिषेक करने जब आप शिवलिंग के बैठे तो सबसे पहले शुद्ध जल शिवलिंग पर अर्पित करें. इसके बाद दूध, दही, घी और शहद भी शिवलिंग पर चढ़ाएं. विधि-विधान से पूजा करने के बाद आखिरी में आप एक बार फिर शुद्ध जल से शिवलिंग को स्नान कराएं. इस विशेष विधान से रुद्राभिषेक करने पर शिव जी बेहद खुश होंगे और आपकी हर इच्छा को पूर्ण करेंगे.
सावन का सोमवार है विशेष
हिन्दू धर्म में सावन के महीने में सोमवार के दिन का खास महत्व बताया गया है. ऐसे में भक्त व्रत भी रखते हैं और रुद्राभिषेक करने की इच्छा रखते हैं. सावन के सोमवार में रुद्राभिषेक करने से आपके जीवन में अकाल मृत्यु का भय नहीं होता है. साथ ही आपके जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ती है. मगर इस साल तो सावन का पहला सोमवार 22 जुलाई को था. मतलब सावन का पहला दिन ही सोमवार था, इसके अलावा 29 जुलाई, 5 अगस्त, 12 अगस्त और 19 अगस्त को सोमवार का उपवास रखा जाएगा. इस विशेष दिन रुद्राभिषेक करने से आपको अधिक लाभ मिलने वाला है. शिव की असीम कृपा से आपके जीवन में सुख-समृद्धि प्राप्त होती है.
First Updated : Tuesday, 23 July 2024