Vat Savitri Vrat :वट सावित्री पर बरगद का पेड़ नहीं मिलने पर न हो परेशान, ऐसे करें पूजा, मिलेगा आशीर्वाद
Vat Savitri Vrat: वट सावित्री के दिन अगर आपके आसपास कहीं भी बरगद का पेड़ नहीं है तो इस तरीके से पूजा करने से आपकी सभी इच्छा पूरी हो जाएगी.
Vat Savitri Vrat : हिंदू धर्म में वट सावित्री का व्रत त्यौहार के तरीके से मनाया जाता है. सुहागनों के लिए ये दिन काफी खास माना जाता है. इस बार ये व्रत गुरुवार 6 जून को रखा जाएगा. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार. इस शुभ दिन सुहागन महिलाएं वट वृक्ष की पूजा करती हैं और व्रत रखती हैं. ऐसा माना जाता है कि इस व्रत का पालन करने से पति की उम्र बढ़ती है. साथ ही परिवार में सुख-समृद्धि आती है, तो आइए इस दिन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान जरूर रखें.
वट वृक्ष न मिलने पर पूजा
वट सावित्री वाले दिन वट वृक्ष की पूजा के बिना व्रत पूर्ण नहीं माना जाता है. कुछ लोगों को ये पेड़ मिलने में समस्या आती है. ऐसे में अगर आपको बरगद का पेड़ नहीं मिल पा रहा है, तो आप वट वृक्ष डाली या टहनी पहले से ही काटकर मंगवा लें. या फिर खुद लेते आएं. इसके पश्चात विधि अनुसार उसकी पूजा करें. साथ ही सभी में पूजा नियमों का पालन करें. ऐसा करने से आपकी पूजा पूरी मानी जाएगी. इसके साथ ही पूजा का पूरा फल भी मिलेगा.
व्रत का शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार देखा जाए तो वट सावित्री व्रत 6 जून को रखा जाएगा. इस दिन पूजा का सही मुहूर्त सुबह 11 बजकर 52 मिनट से दोपहर 12 बजकर 48 मिनट तक रहेगा. अगर आप शादी के बाद पहली बार ये व्रत रख रही हैं तो पूजा करते समय कुछ बातों पर ध्यान जरूर दें. ऐसा करने से ईश्वर आशर्वाद देगें.
वट सावित्री व्रत के आसान उपाय
वट सावित्री व्रत वाले दिन आप बरगद के पेड़ के नीचे बैठकर सत्यवान और सावित्री की पूजा करें. वट वृक्ष की 7 या 11 बार परिक्रमा करते हुए उसमें कच्चा सूत लपेट दें. कच्चा सूत न मिले तो रक्षासूत्र भी लपेट सकती हैं.उसके बाद वट वृक्ष को जल अर्पित करें. वट सावित्री व्रत की कथा सुनें. उसके बाद यम से पति की लंबी आयु की प्रार्थना करें. उनके आशीर्वाद से आपके जीवनसाथी सुरक्षित और दीर्घायु हो सकते हैं.