छठी मैया को नहीं पसंद है ये कुछ चीजे, यदि किया तो भुगतना पड़ेगा परिणाम

छठ पूजा एक विशेष पर्व है, जिसमें श्रद्धालु 36 घंटे का उपवास रखते हैं और सूर्य देवता को अर्घ्य देते हैं. इस दौरान कुछ खास नियमों का पालन करना जरूरी होता है, जैसे साफ-सफाई और पूजा सामग्री का सही चयन. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस पूजा में कुछ चीज़ों से भी बचना चाहिए जैसे नशा, अस्वास्थ्यकर भोजन और नकारात्मकता. जानें इस पर्व के नियम और परहेज, ताकि आप इस छठ पूजा को सही तरीके से मना सकें. पूरी जानकारी के लिए पढ़ें!

calender

Importance Of Chhath Festival: छठ पूजा एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसे मुख्य रूप से बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है. यह पर्व सूर्य देवता और छठी मैया को समर्पित है जिसमें श्रद्धालु 36 घंटे का उपवास रखकर सूर्य को अर्घ्य देते हैं. इस पर्व की खासियत इसके नियम और परहेज हैं, जिनका पालन करना बहुत आवश्यक होता है. आइए जानते हैं छठ पूजा के नियम और किन चीजों से बचना चाहिए.

छठ पूजा के मुख्य नियम

उपवास का पालन: छठ पूजा में श्रद्धालु को 36 घंटे का निर्जला उपवास रखना होता है. इस दौरान सिर्फ पानी पीना होता है.

➬ सूर्य को अर्घ्य: पूजा का मुख्य हिस्सा सूर्य देवता को अर्घ्य देना है, जो कि उगते और डूबते सूर्य दोनों समय होता है. यह अर्घ्य विशेष तरीके से तैयार किया जाता है.

➬ साफ-सफाई: पूजा के दौरान सफाई का विशेष ध्यान रखना होता है. पूजा स्थल और घर को साफ रखना अनिवार्य है.

➬ पूजा सामग्री: पूजा में विशेष सामग्री का प्रयोग किया जाता है, जैसे कि ठेकुआ, फल, मिठाई, और नारियल. इनका चयन ध्यान से करना चाहिए.

➬ बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद: पूजा से पहले परिवार के बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद लेना चाहिए. इससे पूजा का महत्व और बढ़ जाता है.

छठ पूजा में क्या नहीं करना चाहिए

➬ नशा या नकारात्मकता: इस पर्व के दौरान शराब और अन्य नशीले पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए. यह पूजा की पवित्रता के खिलाफ है.

➬ गाली-गलौज: पूजा के दौरान किसी भी प्रकार की गाली-गलौज या नकारात्मक बातचीत से बचना चाहिए. यह माहौल को बिगाड़ सकता है.

➬ असामान्य आहार: छठ पूजा के दौरान अस्वास्थ्यकर भोजन जैसे जंक फूड से दूर रहना चाहिए. यह आपके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है.

➬ बाहरी व्याकुलता: इस दौरान फोन, टीवी या अन्य बाहरी चीज़ों से ध्यान हटाकर केवल पूजा पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.

➬ दूसरों का अपमान: पूजा के दौरान सभी का सम्मान करना आवश्यक है. किसी भी व्यक्ति का अपमान न करें, चाहे वह पूजा में शामिल हो या न हो.

छठ पूजा एक ऐसा अवसर है जब लोग अपनी आस्था और परंपराओं के साथ जुड़ते हैं. इस दौरान नियमों का पालन करना और परहेज रखना बहुत जरूरी है, ताकि पूजा का सही महत्व बने रहे. इस पर्व पर न केवल सूर्य देवता की आराधना होती है, बल्कि परिवार और समाज के लिए भी यह एक सकारात्मक संदेश देता है इसलिए, इस छठ पूजा में इन नियमों और परहेजों का ध्यान रखें और अपने परिवार के साथ इस खास पर्व का आनंद लें. First Updated : Monday, 04 November 2024