Vastu Shastra: वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की खुशहाली और जीवन में तरक्की का गहरा संबंध ऊर्जाओं से होता है. सकारात्मक ऊर्जा जहां जीवन में उन्नति और सफलता का कारण बनती है, वहीं नकारात्मक ऊर्जा कई बाधाओं को जन्म देती है.
अगर आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास है, तो यह आपकी सेहत, रिश्तों और कामयाबी पर बुरा प्रभाव डाल सकता है. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि नकारात्मक ऊर्जा के लक्षण क्या हैं और उन्हें कैसे पहचाना जाए.
घर के इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स ऊर्जा से चलते हैं, और उनका बार-बार खराब होना इस बात का संकेत हो सकता है कि घर की ऊर्जा बाधित हो रही है. बिजली के उपकरणों में बार-बार खराबी नकारात्मक ऊर्जा का एक अहम संकेत है.
नकारात्मक ऊर्जा के कारण घर के किसी सदस्य की तबीयत अचानक खराब हो सकती है और इलाज के बाद भी सुधार नहीं होता. यह घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा का प्रमुख लक्षण है.
घर में नकारात्मक ऊर्जा होने पर आपको किसी के होने का एहसास हो सकता है, भले ही घर में कोई न हो. खासतौर पर रात के समय छुपकर देखे जाने का आभास, साया दिखना या अनजानी हलचल महसूस होना इसका संकेत हो सकता है.
नकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव से घर में असुरक्षा, उदासी, गुस्सा या रोने का मन करता है. आप घर से बाहर खुश महसूस करते हैं, लेकिन घर में प्रवेश करते ही नकारात्मक भावनाएं हावी हो जाती हैं.
अगर आपके घर में सावधानी रखने के बावजूद लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं, जैसे किसी सदस्य का बार-बार गिरना या आग लगने की घटनाएं, तो यह नकारात्मक ऊर्जा के वास का संकेत हो सकता है.
अगर आपको इन लक्षणों का एहसास हो, तो घर की ऊर्जा को संतुलित करने के लिए नियमित साफ-सफाई, सुगंधित धूप का उपयोग, और सकारात्मक वातावरण बनाए रखने की कोशिश करें. वास्तु विशेषज्ञ से सलाह लेना भी फायदेमंद हो सकता है. First Updated : Tuesday, 19 November 2024