खरमास आज से शुरू, अब मकर संक्रांति से शुरू होंगे शुभ कार्य; पढ़ें ये जरूरी बातें
हिंदू धर्म में खरमास को अत्यधिक महत्व दिया जाता है, क्योंकि यह समय शुभ कार्यों के लिए वर्जित माना जाता है. इस दौरान विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन जैसे पवित्र कार्यों को टालने की परंपरा है. वर्ष 2024 के खरमास के दौरान इन सभी कार्यों को स्थगित किया जाएगा और अब ये सभी शुभ कार्य नए साल 2025 में संपन्न होंगे. यह समय विशेष रूप से धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होता है, जब लोग अपने कामों को नए साल में शिफ्ट कर लेते हैं.
Kharmas 2024-2025: हिंदू धर्म में खरमास को अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है. इस दौरान शादी, गृह प्रवेश, मुंडन जैसे शुभ कार्य वर्जित होते हैं. हर साल सूर्य जब गुरु ग्रह की राशि में प्रवेश करते हैं, तब खरमास लग जाता है. इस अवधि में शुभ कार्यों को करना अशुभ माना जाता है, इसलिए इन्हें रोक दिया जाता है.
कब शुरू होगा खरमास 2024-2025?
आपको बताया दें कि खरमास इस वर्ष 15 दिसंबर 2024, रविवार से शुरू होगा. ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास के अनुसार, इस दिन सूर्य का गोचर धनु राशि में सुबह 7:35 बजे होगा. यह स्थिति 14 जनवरी 2025, मंगलवार तक बनी रहेगी. इस दिन मकर संक्रांति पर सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे और खरमास समाप्त हो जाएगा.
धनु खरमास में क्यों वर्जित हैं शुभ कार्य?
वहीं आपको बता दें कि खरमास उस समय लगता है जब सूर्य देव गुरु की राशि धनु में गोचर करते हैं. ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, सूर्य के धनु राशि में प्रवेश करने से गुरु की शुभता कम हो जाती है. यह समय अग्नि तत्व से प्रभावित होता है, जिससे परिस्थितियां प्रतिकूल हो जाती हैं. इस दौरान मौसम में बदलाव भी देखने को मिलता है.
खरमास में कौन-कौन से कार्य नहीं होते?
बताते चले कि खरमास की 30 दिनों की अवधि में शादी, सगाई, गृह प्रवेश, मुंडन और नए व्यवसाय की शुरुआत जैसे कार्य वर्जित हैं. ज्योतिष मान्यता के अनुसार, इस समय किए गए शुभ कार्यों का पूर्ण फल नहीं मिलता.
शुभ कार्यों के लिए इंतजार करें
इसके अलावा आपको बता दें कि अगर कोई बड़ा निवेश, नया प्रोजेक्ट या बिजनेस की शुरुआत करनी है, तो 14 जनवरी 2025 तक इंतजार करना सही रहेगा. मकर संक्रांति के बाद ही शुभ कार्यों की शुरुआत की जा सकती है.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी केवल मान्यताओं और सूचना पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि हम किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करते हैं. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.)