दशहरा के दिन इस दिशा में जलाएं दीपक, करें अपराजिता फूल के उपाय, नहीं होगी धन की कमी

Dussehra 2024 Upay: हिंदू धर्म के मुख्य त्योहारों में से एक माना जाता है. हर साल आश्विन माह में आने वाली शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि पर दशहरे का पर्व मनाया जाता है जो नवरात्र के समापन के अगले दिन पड़ता है. ऐसे में दीपक किस दिशा में जलाना चाहिए और अपराजिता के फूल का उपाय कैसे करना चाहिए जानते हैं.

calender

Dussehra 2024 Upay: शहरे का पर्व मुख्य रूप से भगवान श्री राम की रावण पर विजय के रूप में मनाया जाता है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत को भी दर्शाता है। दशहरे के दिन की जाने वाली पूजा में अपराजिता के फूलों को शामिल करना काफी शुभ माना जाता है. ऐसे में आप इस त्योहार पर अपराजिता के फूल के कुछ उपाय कर काफी लाभ प्राप्त कर सकते हैं. इसके साथ ही ये भी जानना जरूरी है कि किस दिशा में दीपक जलाना चाहिए.

अपराजिता के फूल

दशहरे के दिन पूजा-पाठ के दौरान मां लक्ष्मी को अपराजिता के फूल जरूर अर्पित करनी चाहिए।.ऐसा करने से साधक को मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और घर में धन-समृद्धि का वास बना रहता है। इसी के साथ इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा में आप उन्हें अपराजिता के 7 फूलों से बनी माला भी चढ़ा सकते हैं। पूजा समाप्त होने के बाद इस माला को अपने घर की तिजोरी में रख लें। ऐसा करने से धन आकर्षित होता है और तिजोरी कभी खाली नहीं होती.

दशहरा इन दिशाओं में रखें दीया

इस पावन और शुभ दिन आपको दसों दिशाओं में दीया जलाना चाहिए. इनमें पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण के अलावा पूर्व-उत्तर (ईशान कोण), दक्षिण-पूर्व (आग्नेय कोण), पश्चिम-उत्तर (वायव्य कोण), दक्षिण-पश्चिम (नैऋत्य कोण), उर्ध्व (ऊपर की ओर) शामिल हैं.

कौन से दीये जलाएं?

दशहरा पर दसों दिशाओं में दीया जलाने का विधान है, ऐसे में आप 10 दीए जलाएं. इन सभी दीयों में सरसों के तेल का उपयोग करें. 5 दीया पवित्र और पूजनीय पौधों जैसे तुलसी, पीपल, शमी, बरगद और केले आदि के पास रखें और इनमें आप तिल के तेल का उपयोग करें. इसके अलावा भगवान राम के आगे घी का दीया जलाएं और एक घर की तिजोरी में भी जलाना चाहिए. जिसमें आप अलसी के तेल का उपयोग करें. First Updated : Friday, 11 October 2024