महाकुंभ में अमृत स्नान के बाद काशी के देवालयों में श्रद्धा का संगम, आज से उमड़ेगी भक्तों की भीड़

Maha Kumbh 2025: महाकुंभ 2025 के अमृत स्नान का सिलसिला आज से शुरू हो गया है. इसके बाद से काशी में भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी है. देश-विदेश से आए तीर्थयात्री काशी के पवित्र घाटों पर गंगा स्नान और प्रमुख मंदिरों में दर्शन-पूजन के लिए जुटने लगे हैं.  

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

Maha Kumbh 2025: देश-विदेश में प्रसिद्ध काशी, अपने पवित्र घाटों और मंदिरों के लिए खास महत्व रखती है. महाकुंभ के स्नान के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु काशी दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. पौष पूर्णिमा और मकर संक्रांति के करीब होने से काशी में बुधवार से श्रद्धालुओं का पलट प्रवाह शुरू हो गया है. गंगा स्नान, बाबा विश्वनाथ धाम और अन्य मंदिरों में दर्शन-पूजन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ रही है.

बता दें कि श्रद्धालुओं का स्वागत करने के लिए काशी ने उनकी आगवानी के लिए पूरी तैयारी कर ली है. श्रद्धालु गंगा स्नान के साथ बाबा विश्वनाथ धाम, कालभैरव मंदिर और अन्य शिवालयों में दर्शन-पूजन करेंगे. मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है, और इस धार्मिक नगरी में भक्तों के स्वागत के लिए व्यापक व्यवस्थाएं की गई हैं.

पौष पूर्णिमा और मकर संक्रांति पर बढ़ी रौनक  

पौष पूर्णिमा और मकर संक्रांति एक-दूसरे के करीब पड़ने से श्रद्धालुओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है. मकर संक्रांति पर महाकुंभ में स्नान करने के बाद बड़ी संख्या में लोग काशी की ओर रुख कर रहे हैं. काशी में 15 जनवरी से श्रद्धालुओं का पलट प्रवाह तेज हो गया है.

बाबा विश्वनाथ धाम में भक्तों की उमड़ी भीड़  

काशी के बाबा विश्वनाथ धाम, कालभैरव मंदिर और अन्य प्रमुख शिवालयों में दर्शन-पूजन के लिए खास व्यवस्थाएं की गई हैं. श्रद्धालु गंगा स्नान के बाद बाबा विश्वनाथ और अन्य देवालयों में पूजा-अर्चना कर रहे हैं. मंदिरों में कतारबद्ध दर्शन की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है. 

अमृत स्नान के खास दिन  

महाकुंभ में तीन अमृत स्नान होंगे—  

1. मकर संक्रांति (14 जनवरी)
2.मौनी अमावस्या (29 जनवरी)
3.बसंत पंचमी (3 फरवरी)

इन खास दिनों में श्रद्धालुओं की भीड़ दोगुनी होने की संभावना है. इसके अलावा महाशिवरात्रि, एकादशी और प्रदोष जैसे पर्वों पर भी बड़ी संख्या में भक्त गंगा स्नान और मंदिरों में पूजा करेंगे. 

प्रशासन और मंदिरों की तैयारी  

काशी के सभी प्रमुख मंदिरों में प्रशासन और मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। कालभैरव मंदिर के प्रधान पुजारी मोहित महाराज ने बताया कि वीआईपी दर्शन के लिए प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की है। साथ ही, सभी भक्तों को सहजता से दर्शन कराने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं।  

45 दिनों तक चलेगा श्रद्धालुओं का प्रवाह  

महाकुंभ के दौरान काशी में हर दिन 15 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। गंगा घाट और मंदिरों पर भक्तों की आस्था का सैलाब देखने को मिलेगा। काशी पूरी तरह से श्रद्धालुओं की सेवा और स्वागत के लिए तैयार है।  

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15 January 2025, 07:30 AM IST

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