एम्बेसडर वाले नागा बाबा: कौन हैं ये अनोखे साधु, क्यों हो रही है इनकी चर्चा?
Viral Baba: महाकुंभ 2025 में कई अनोखे बाबा सुर्खियों में हैं, जिनमें से एक हैं 'एम्बेसडर वाले नागा बाबा'. अपनी अद्वितीय शैली और रहन-सहन के लिए चर्चित, ये बाबा खासा ध्यान आकर्षित कर रहे हैं. आइए जानते हैं कौन हैं ये बाबा, जो महाकुंभ में अपनी विशेष पहचान बना चुके हैं और क्यों उनकी चर्चा हो रही है?
Mahakumbh 2025: प्रयागराज में जारी महाकुंभ के दौरान कई अनोखे साधु-संतों की कहानियां चर्चा में हैं. इन्हीं में से एक नाम है 'एम्बेसडर वाले नागा बाबा' का. बाबा का असली नाम राजगिरि है और वे अपनी 35 साल पुरानी भगवा रंग की एंबेसडर कार की वजह से लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. बाबा की यह कार 1973 मॉडल की है और एकदम चालू हालत में है.
मध्य प्रदेश से आए हैं नागा बाबा
आपको बता दें कि एम्बेसडर वाले नागा बाबा मूल रूप से मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के रहने वाले हैं. उन्होंने बताया कि वे जहां भी जाते हैं, अपनी यह पुरानी एम्बेसडर कार अपने साथ लेकर जाते हैं और इसे खुद ही चलाते हैं. बाबा का कहना है कि इस कार को उन्होंने हर मौसम के हिसाब से खास तरीके से तैयार किया है. गर्मियों में ठंडक बनाए रखने के लिए उन्होंने इसमें बैटरी और बर्फ की सिल्ली से एसी सिस्टम भी बना रखा है.
खुद ही करते हैं कार की मरम्मत
वहीं आपको बता दें कि बाबा को अपनी गाड़ी की तकनीकी जानकारी भी बेहद अच्छी है. अगर उनकी एम्बेसडर कार कहीं बंद हो जाए, तो वे खुद ही उसे ठीक कर लेते हैं. उनका कहना है कि गाड़ी के रखरखाव के लिए उन्हें किसी मैकेनिक की जरूरत नहीं पड़ती.
बचपन से की तपस्या की शुरुआत
बताते चले कि बाबा ने 7 साल की उम्र में दीक्षा ली और 15 साल की उम्र में तपस्या शुरू कर दी. वे गुरु के मार्गदर्शन में रहकर कठिन साधना करते हैं. बाबा ने बताया कि वे सर्दी-गर्मी जैसी किसी भी ऋतु में बिना कपड़ों के तप करते हैं.
गुस्सा क्यों आता है बाबा को?
इसके अलावा आपको बता दें कि बाबा से जब पूछा गया कि उन्हें जल्दी गुस्सा क्यों आता है, तो उन्होंने कहा, ''कुछ लोग बेवजह अजीब सवाल पूछते हैं, जिससे गुस्सा आ जाता है. लेकिन अगर कोई तपस्या के बारे में सवाल करता है, तो बताने में कोई दिक्कत नहीं है.'' बाबा महाकुंभ के बाद जंगल और गुफाओं में जाकर तप करते हैं.