Mahakumbh 2025: महाकुंभ में अमृत स्नान जारी, नागा नागा साधु लगा रहे पवित्र डुबकी, दिखा संस्कृति और आस्था का संगम

परंपरा के अनुसार, महाकुंभ 2025 का अमृत स्नान मकर संक्रांति से शुरू हो गया है. सबसे पहले श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी और श्री शंभू पंचायती अटल अखाड़ा अमृत स्नान के लिए जाएंगे.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

पौष पूर्णिमा स्नान पर्व के सफल समापन के बाद प्रयागराज महाकुंभ का सोमवार से आगाज हो गया है. अब सबकी नजरें 'शाही स्नान'पर टिकी हैं, जिसे इस साल सरकार ने 'अमृत स्नान'का नाम दिया है. महाकुंभ 2025 के पहले 'अमृत स्नान' के लिए विभिन्न अखाड़ों के साधु त्रिवेणी संगम पहुंच रहे हैं. अब तक कुल 4 अखाड़े संगम तट पर पहुंचे हैं. त्रिवेणी संगम पर महाकुंभ के पहले अमृत स्नान के साथ महानिर्वाणी पंचायती अखाड़े के साधुओं ने पवित्र स्नान किया है.

ढोल नगाड़ों और जयकारों के साथ महानिर्वाणी अखाड़े के नागा साधु त्रिवेणी घाट में स्नान के लिए पहुंच चुके हैं. कड़कड़ाती ठंड में जहां आम लोग ठिठुर रहे हैं वहीं नागा साधु बिना कपड़ों के पूरी ऊर्जा के साथ स्नान के लिए तैयार हैं.

अस्त्र-शस्त्र और भोलेनाथ के जयकारों के साथ निरंजनी अखाड़े के साधु-संत आगे बढ़ रहे हैं. अखाड़ों के प्रशासन के द्वारा क्रम और समय तय किया गया है। निरंजनी अखाड़ा लगभग 40 मिनट तक त्रिवेणी संगम में स्नान करेगा. 

क्या बोले साधु-संत?

महामंडलेश्वर महानिर्वाणी अखाड़ा के महाराज स्वामी चिदंबरानंद सरस्वती ने कहा, "बहुत दिव्यता का अनुभव हो रहा है. चारों तरफ उत्साह और हर्षोल्लास है. यह अद्भुत दृश्य है. अपेक्षा से अधिक भीड़ यहां उपस्थित है. लेकिन जितने कम समय में योगी सरकार ने जो अत्यधिक सुविधाओं से युक्त, संपन्न और सुरक्षित कुंभ की व्यवस्था की है वो सराहनीय है."

श्री पंचायत अखाड़ा निर्मल के सचिव महंत आचार्य देवेंद्र सिंह शास्त्री ने पुष्टि की है कि सभी अखाड़ों के तारीखों, क्रम और समय के बारे में सूचित कर दिया गया है. प्रशासन यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि यह पवित्र परंपरा सुचारू रूप से और पूरी श्रद्धा के साथ संपन्न हो. 144 सालों के बाद लग रहे इस महाकुंभ में देश-विदेश से करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे हैं. महाकुंभ में स्नान करने से पाप से मुक्ति और पुण्य की प्राप्ति भक्तों को होती है.

पहले अमृत स्नान के दिन 4 करोड़ लोग लगा सकते हैं डुबकी

पौष पूर्णिमा के दिन 13 जनवरी को लगभग 1 करोड़ 65 लाख लोगों ने प्रयागराज के त्रिवेणी घाट में डुबकी लगाई थी. 14 जनवरी को अमृत स्नान के दिन 4 करोड़ लोगों के डुबकी लगाने की संभावना है. 26 फरवरी को महाकुंभ का समापन होगा और यह आकलन लगाया जा रहा है कि 35 से 40 करोड़ लोग महाकुंभ 2025 में प्रयागराज में पवित्र स्नान करेंगे. 

पूरा शेड्यूल जानें

परंपरा के अनुसार, महाकुंभ 2025 का अमृत स्नान 14 जनवरी को मकर संक्रांति से शुरू होगा. सबसे पहले श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी और श्री शंभू पंचायती अटल अखाड़ा अमृत स्नान के लिए जाएंगे. ये अखाड़े सुबह 5:15 बजे शिविर से प्रस्थान करेंगे और 6:15 बजे घाट पहुंचेंगे. स्नान का समय 40 मिनट होगा. ये घाट से सुबह 6:55 बजे निकलेंगे और 7:55 बजे शिविर में पहुंचेंगे.

इसके बाद श्री तपोनिधि पंचायती श्री निरंजनी अखाड़ा और श्री पंचायती अखाड़ा आनंद अमृत स्नान करेंगे. ये अखाड़े सुबह 6:05 बजे शिविर से प्रस्थान करेंगा और 7:05 बजे घाट पर पहुंचेंगे, जबकि स्नान का समय 40 मिनट होगा. इसके बाद वह सुबह 7:45 बजे घाट से प्रस्थान करेंगे और 8:45 बजे शिविर पहुंचेंगे.

तीसरे स्थान पर तीन संन्यासी अखाड़े अमृत स्नान करेंगे. इनमें श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा, श्री पंचदशनाम आह्वान अखाड़ा और श्री पंचाग्नि अखाड़ा शामिल हैं. ये सुबह 7:00 बजे शिविर से रवाना होंगे और 8:00 बजे घाट पर पहुंचेंगे. स्नान का समय 40 मिनट होगा. तीनों अखाड़े सुबह 8:40 बजे घाट से रवाना होंगे और 9:40 बजे शिविर में पहुंचेंगे.

तीनों बैरागी अखाड़ों में सबसे पहले अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़ा सुबह 9:40 बजे शिविर से चलकर 10:40 बजे घाट पर पहुंचेगा और 30 मिनट स्नान करने के बाद 11:10 बजे घाट से निकलकर 12:10 बजे शिविर में पहुंचेगा.

अखिल भारतीय श्री पंच दिगंबर अनी अखाड़ा सुबह 10:20 बजे शिविर से चलकर 11:20 बजे घाट पर पहुंचेगा और 50 मिनट स्नान करने के बाद दोपहर 12:10 बजे घाट से निकलकर 1:10 बजे शिविर में वापस आएगा. अखिल भारतीय श्री पंच निर्वाणी अनी अखाड़ा सुबह 11:20 बजे शिविर से चलकर 12:20 बजे घाट पर पहुंचेगा. यह अखाड़ा करीब 30 मिनट स्नान करेगा और इसके बाद दोपहर 12:50 बजे वहां से वापस लौटकर 1:50 बजे शिविर में पहुंचेगा.

बाकी तीन अखाड़े उदासीन संप्रदाय से जुड़े हैं. इसमें उदासीन श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़ा अपने शिविर से दोपहर 12:15 बजे प्रस्थान करेगा और 1:15 बजे घाट पर पहुंचेगा. यह अखाड़ा 55 मिनट स्नान करने के बाद दोपहर 2:10 बजे घाट से निकलकर 3:10 बजे शिविर में पहुंचेगा. श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन निर्वाण दोपहर 1:20 बजे शिविर से निकलकर 2:20 बजे घाट पर पहुंचेगा. यहां एक घंटे स्नान करने के बाद 3:20 बजे घाट से निकलेगा और शाम 4:20 बजे शिविर में पहुंचेगा.

सबसे आखिर में श्री पंचायती निर्मल अखाड़ा अमृत स्नान करेगा. यह अखाड़ा 2:40 बजे शिविर से निकलेगा और 3:40 बजे घाट पर पहुंचेगा. करीब 40 मिनट स्नान करने के बाद अखाड़ा 4:20 बजे घाट से निकलेगा और शाम 5:20 बजे शिविर में वापस लौटेगा. उल्लेखनीय है कि बसंत पंचमी पर भी यही व्यवस्था बनी रहेगी.

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14 January 2025, 08:29 AM IST

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