Makar Sankranti : आज देश भर में हिन्दुओं का प्रसिद्ध मकर संक्रांति का त्यौहार मनाया जा रहा है. पौष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी यानी 15 जनवरी को मकर संक्रांति मनाई जा रही है. मकर संक्रांति को खिचड़ी, पोंगल और उत्तरायण आदि नामों से भी जानते हैं. इस दिन सुबह उठकर स्नान करने के बाद दान करने का बहुत महत्व है. आज के दिन खिचड़ी, तिलकुट, तिल के लड्डू आदि खाते हैं. वहीं बिहार में दही-चूड़ा खाने का रिवाज है और एक-दूसरे को मकर संक्रांति की बधाई देते हैं. इस शुभ दिन पर गंगा स्नान का बड़ा महत्व है, जिससे व्यक्ति पाप मुक्त होकर मोक्ष का भागी बन सकता है.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मकर संक्रांति पर गंगा स्नान का बड़ा महत्व है. स्नान के बाद पुण्य काल दान करने का विशेष महत्व है. इस बार स्नान-दान का महापुण्य काल सुबह 7 बजकर 15 मिनट से सुबह 9 बजकर 15 मिनट तक रहेगा.
पुण्य काल मुहूर्त- 7:15 से 12:30 मिनट तक
अवधि- 5 घंटे 14 मिनट
महापुण्य काल मुहूर्त- 7:15 से 9:15 मिनट तक
अवधि- 2 घंटे
इस बार मकर संक्रांति पर 77 सालों के बाद शुभ संयोग बन रहा है. आज रवि योग के साथ वरियान योग का संयोग बन रहा है. वैदिक पंचांग के मुताबिक रवियोग 15 जनवरी को सुबह 7:15 से 8:07 मिनट तक रहेगा. आज पूजा के लिए सुबह स्नान करके तांबे के लोटे में जल, अक्षत, गंगाजल की कुछ बूंदें और काला तिल डालकर भगवान सूर्य देव को अर्घ्य दें. फिर ऊं सूर्याय नम: मंत्र का जाप करें और चालीसा और आदित्य ह्रदय स्त्रोत का पाठ करें. First Updated : Monday, 15 January 2024