Mangala Gouri Vrat 2023: इस साल सावन में कब-कब रखे जाएंगे मंगला गौरी व्रत, जानें तिथि और पूजा विधि
Mangala Gouri Vrat 2023: सावन के इस पावन महीने में मंगला गौरी का व्रत करना काफी शुभ माना जाता है. हर साल मंगला गौरी व्रत 4 से 5 पड़ते थे, लेकिन इस बार सावन 2 महीने तक चलेगा जिसके चलते मंगला गौरी के व्रतों की संख्या बढ़ सकती है.
हाइलाइट
- शास्त्रों में कहा जाता है कि सावन के पावन महीने में पड़ने वाला मंगला गौरी का व्रत बेहद ही शुभ होता है.
Mangala Gouri Vrat 2023: शास्त्रों में कहा जाता है कि सावन के पावन महीने में पड़ने वाला मंगला गौरी का व्रत बेहद ही शुभ होता है. कहा जाता है कि भगवान शिव के साथ माता गौरा पार्वती की भी आराधना की जाती है. एक तरह जहां पर सावन के प्रत्येक सोमवार महादेव को समर्पित है. वही दूसरी ओर इस माह में पड़ने वाले मंगलवार को मंगला गौरी व्रत रखा जाता है. और मां पार्वती की पूजा की जाती है मां मंगला गौरी आदि शक्ति माता पार्वती का ही मंगल रूप है.
इन्हें मां दुर्गा के आठवें स्वरूप महागौरी के नाम से जाना जाता है. मंगला गौरी व्रत अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए व्रत रखा जाता है. इसीलिए विवाहित महिलाएं सावन में इस व्रत को विधि-विधान के साथ रखती हैं. साथ ही मां मंगला गौरी की पूजा सच्चे मन से करती हैं.
आपको बता दें कि हर सावन में करीब 4 से 5 मंगला व्रत पड़ते हैं. लेकिन इस बार सावन 2 महीने का होने वाला है जिसके चलते मंगला गौरी व्रत की संख्या भी अधिक बढ़ जाएगी. आइए जानते हैं कि सावन में मंगला गौरी व्रत कब पड़ रहे हैं?
कब पड़ेंगे मंगला गौरी के व्रत?
पहला मंगला गौरी व्रत- 4 जुलाई
दूसरा मंगला गौरी व्रत- 11 जुलाई
तीसरा मंगला गौरी व्रत- 18 जुलाई
चौथा मंगला गौरी व्रत- 25 जुलाई
पांचवा मंगला गौरी व्रत- 1 अगस्त
छठा मंगला गौरी व्रत- 8 अगस्त
सातवा मंगला गौरी व्रत- 15 अगस्त
आठवां मंगला गौरी व्रत- 22 अगस्त
नौवा मंगला गौरी व्रत - 29 अगस्त
व्रत का महत्व
शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि इस व्रत को करने से सुहागिन महिलाओं को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है. इस दिन मां गौरी की पूजा करके उनकी कथा सुनाई जाती है जिन महिलाओं के जीवन में विवाह से जुड़ी कोई भी परेशान हैं तो उन्हें मंगला गौरी का व्रत करना चाहिए.