शास्त्रों में कहा जाता है कि मोहिनी भगवान विष्णु का अवतार रूप थी। इस दिन भक्तों को परनिंदा, छल-कपट, लालच, की भावनाओं से दूर रहकर, श्री नारायण को ध्यान में रखते हुए भक्तिभाव से उनका भजन करना चाहिए।
इस दिन अनेक प्रकार के नियम अपनाएं जाते हैं साथ ही कहा जाता है कि यदि आप सभी नियमों का पालन सच्चे मन से करते हैं, तो उस व्यक्ति से भगवान विष्णु प्रसन्न हो जाते हैं।
जो व्रत का पालन कर रहे हैं उन सभी लोगों को अपना मन शांत रखना चाहिए।इसके साथ ही किसी के प्रति गलत विचार न रखें।
जो लोग मोहिनी एकादशी का व्रत कर रहे हैं ऐसे लोग अपने घर परिवार में लड़ाई-झगड़ा न करें।मोहिनी एकादशी के दिन भूलकर भी मांस-मछली का सेवन नहीं करना चाहिए।