Intermittent Fasting Benefits: आजकल बाहर का खाना हमारे लिए कितना ज्यादा जानलेवा इसका अंदाजा लगाना काफी मुश्किल है, ये कैसे शरीर को दिन व दिन कमजोर करता जा रहा है. और नई बिमारिया का आगमन कर रहा है, इसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता है. ‘इंटरमिटेंट फास्टिंग’ पर लगातार हो रही बात ने ये साबित कर दिया है
‘इंटरमिटेंट फास्टिंग’ हमारी प्राचीन परंपराएं, सिर्फ धार्मिक ही नहीं बल्कि पूरी तरह वैज्ञानिक प्रणाली पर आधारित थीं. हाल के अध्ययन के अनुसार, इंटरमिटेंट फास्टिंग दिल की बीमारी और मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है.
मेटाबॉलिक सिंड्रोम एक ऐसी मेडिकल कंडीशन है जो व्यक्ति को हृदय रोग, डायबिटीज और स्ट्रोक जैसी बीमारियों का शिकार बना सकती है. इस सिंड्रोम के लिए जिम्मेदार जोखिम कारक हैं. इसमें उच्च रक्त शर्करा यान हाई ब्लड शुगर, हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या होती है. ये सभी ऐसी कंडीशन हैं, जो आपके हार्ट की सेहत बिगाड़ सकते हैं.
इंटरमिटेंट फास्टिंग एक प्रकार का आहार पैटर्न है जिसमें व्यक्ति दिन के कुछ घंटे उपवास (फास्ट) करता है और बाकी समय में भोजन करता है. इसमें मुख्य ध्यान इस बात पर होता है कि भोजन को एक निश्चित समय सीमा में लेना चाहिए और बाकी समय शरीर को भोजन से आराम देना चाहिए. इसमें कैलोरी की मात्रा को घटाने की बजाय, खाने और न खाने के समय का ध्यान रखा जाता है. ये वेट लॉस, मेटाबॉलिज्म में सुधार, और स्वास्थ्य के अन्य पहलुओं को बेहतर बनाने के लिए एक लोकप्रिय आहार तरीका है.
शोधकर्ताओं के अनुसार इंटरमिटेंट फास्टिंग ने व्यक्तियों को वजन कम करने, उचित बॉडी मास इंडेक्स बनाए रखने, और एब्डॉमिनल ट्रंक फैट (मेटाबॉलिक डिजीज से जुड़ा वसा) को प्रबंधित करने में मदद की. इस नई स्टडी से साफ है कि इंटरमिटेंट फास्टिंग न केवल आपकी हार्ट हेल्थ को सुधार सकता है, बल्कि यह डायबिटीज जैसी बीमारी को भी मैनेज करने में सहायक हो सकता है. First Updated : Wednesday, 09 October 2024