शिवलिंग पर चढ़ाएं ये चीजें, भगवान भोलेनाथ हो जाएंगे खुश, हर लेंगे सारे कष्ट

भगवान शिव को प्रसन्न करना बेहद सरल माना जाता है, लेकिन उनकी पूजा में कुछ नियमों का पालन करना जरूरी होता है. शास्त्रों के अनुसार, शिवलिंग पर जल, बेलपत्र, भांग, धतूरा, सफेद फूल और गाय का दूध चढ़ाने से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं और भक्तों को आशीर्वाद देते हैं. सही विधि से पूजा करने पर शिव जी की कृपा हमेशा बनी रहती है.

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

भगवान शिव को प्रसन्न करना बेहद आसान माना जाता है, लेकिन उनकी पूजा में विशेष सावधानी बरतने की भी आवश्यकता होती है. हिंदू धर्म शास्त्रों में बताया गया है कि अगर कोई व्यक्ति सच्चे मन से सिर्फ शिवलिंग पर जल अर्पित करता है, तो भी महादेव प्रसन्न हो जाते हैं. लेकिन अगर पूजा में कुछ वर्जित चीजों का उपयोग हो जाए, तो इसका विपरीत प्रभाव भी हो सकता है.

शास्त्रों के अनुसार, भगवान शिव जितनी जल्दी प्रसन्न होते हैं, उतनी ही शीघ्र रुष्ट भी हो जाते हैं. इसलिए उनकी पूजा करते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना जरूरी है. आइए जानते हैं कि शिवलिंग की पूजा में किन चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.

1. तुलसी के पत्ते

भगवान शिव की पूजा में तुलसी का उपयोग वर्जित माना गया है. धार्मिक कथाओं के अनुसार, असुर जलंधर के वध के बाद उसकी पत्नी तुलसी ने भगवान शिव को श्राप दिया था कि उनकी पूजा में तुलसी का प्रयोग नहीं किया जाएगा. इसी कारण शिवलिंग पर तुलसी अर्पित करना निषेध माना जाता है.

2. केतकी के फूल

शिवलिंग पर केतकी के फूल नहीं चढ़ाए जाते. मान्यता है कि एक बार ब्रह्मा जी ने शिवलिंग की ऊंचाई को लेकर छल किया था और इसमें केतकी के फूल ने उनका साथ दिया था. इस कारण भगवान शिव ने क्रोधित होकर केतकी के फूलों को अपनी पूजा में निषेध कर दिया.

3. कुमकुम, सिंदूर और रोली

सिंदूर, कुमकुम और रोली का उपयोग देवी-देवताओं की पूजा में किया जाता है, लेकिन शिवलिंग पर इसे अर्पित नहीं किया जाता. इसका कारण यह है कि कुमकुम और सिंदूर स्त्री तत्व का प्रतीक माने जाते हैं, जबकि शिवलिंग पुरुष तत्व का प्रतीक है. इसलिए शिव पूजा में इन चीजों का प्रयोग वर्जित है.

4. हल्दी

हल्दी को महिलाओं के सौभाग्य से जोड़ा जाता है, इसलिए इसे शिवलिंग पर नहीं चढ़ाया जाता. धार्मिक मान्यता है कि भगवान शिव संन्यासी स्वरूप में हैं और वे विवाह या सौभाग्य से जुड़ी चीजों को स्वीकार नहीं करते. इसलिए हल्दी को उनकी पूजा में निषेध माना गया है.

5. नारियल पानी

शिव जी की पूजा में नारियल अर्पित किया जा सकता है, लेकिन नारियल पानी चढ़ाना वर्जित है. मान्यता है कि नारियल जल के रूप में भगवान को अर्पित करने से पूजा का पूरा फल प्राप्त नहीं होता.

6. टूटे चावल

भगवान शिव को चावल चढ़ाने की परंपरा है, लेकिन ध्यान रहे कि चावल टूटे हुए न हों. टूटा हुआ चावल अधूरेपन का प्रतीक होता है और इसे भगवान शिव को अर्पित करना अशुभ माना जाता है.

7. शंख से जल चढ़ाना

अधिकतर पूजा-पाठ में शंख से जल अर्पित किया जाता है, लेकिन शिवलिंग पर शंख से जल नहीं चढ़ाया जाता. मान्यता है कि शंख समुद्र मंथन से उत्पन्न हुआ था और भगवान शिव ने विषपान किया था, इसलिए शंख से जल चढ़ाने से महादेव नाराज हो सकते हैं.

8. काले तिल

तिल का उपयोग कई धार्मिक कार्यों में किया जाता है, लेकिन शिव पूजा में काले तिल अर्पित करना वर्जित माना गया है. मान्यता है कि यह नकारात्मकता को आकर्षित करता है और पूजा का प्रभाव कम कर सकता है.

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26 March 2025, 02:09 PM IST

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