जन्माष्टमी में घर पर लाने हैं लड्डू गोपाल, जानें सही विधि और पूजन का शुभ मुहूर्त, मिलेगा पूरा आशीर्वाद

Janmashtami 2024: जन्माष्टमी का त्यौहार इस बार देशभर में 26 अगस्त सोमवार को मनाया जाएगा. इस बार जन्माष्टमी पर जयंती योग का संयोग भी बन रहा है. ऐसे में अगर आप लड्डू गोपाल को अपने घर लाना चाहते है तो इसके लिए आपको सही विधि-विधान से सारे काम करने होंगे. लड्डू गोपाल को घर लाने के लिए कुछ नियम हैं और उसके साथ ही आपको भी स्वयं को बदलना होगा.

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Janmashtami 2024: हर साल जन्माष्टमी का पर्व भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है. इस दिन लोग भगवान श्री कृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा-अर्चना करते हैं और साथ ही वृत रखते हैं. आपने कई लोगों को अपने घरों में लड्डू गोपाल को रखकर पूजा करते हुए देखा होगा. वे लोग लड्डू गोपाल के अपने साथ ही रखते हैं. यदि आप भी इस जन्माष्टमी पर अपने घर लड्डू गोपाल को रखना चाहते हैं तो उससे जुड़े नियमों के बारे में जान लें. लड्डू गोपाल को घर पर रखने की विधि क्या है? इस बारे में बता रहे हैं केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र.

इस बार जन्माष्टमी पर बहुत ही शुभ योग बन रहे हैं जैसे योग भगवान कृष्ण के जन्म के समय बने थे वैसे ही योग इस बार भी बन रहे हैं. बता दें कि इस बार कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व 26 अगस्त सोमवार के दिन मनाया जाएगा. इस बार के बने शुभ योग में व्रत रखने से भक्तों को व्रत को चार गुना ज्यादा फल मिलने वाला है. तो इसके लिए आपको लड्डू गोपाल की किस तरह पूजा- अर्चना करनी है और किस तरह उनको घर लाना है बताते हैं. 

जन्माष्टमी 2024 मुहूर्त

इस साल जन्माष्टमी 26 अगस्त सोमवार को है. इस बार जन्माष्टमी का मुहूर्त रात में 12:01 बजे से लेकर 12:45 बजे तक है. इस समय में ही जन्माष्टमी का उत्सव मनाया जाएगा. इस मुहूर्त में लड्डू गोपाल का जन्मोत्सव मनाया जाएगा. पंचांग की गणना के अनुसार 26 तारीख को सोमवार के दिन अष्टमी तिथि सुबह 3 बजकर 40 मिनट से आरंभ होगी. 26 तारीख को रात के 2 बजकर 20 मिनट पर अष्टमी तिथि समाप्त होगी. जन्माष्टमी के दिन रोहिणी नक्षत्र दोपहर में 3 बजकर 55 मिनट से आरंभ होगा और 27 तारीख की मध्य रात्रि 3 बजकर 38 मिनट तक रहेगा.

लड्डू गोपाल को घर पर लाने के नियम

➤जन्माष्टमी के अवसर पर लड्डू गोपाल की मूर्ति कहीं से भी टूटी न हो, नाक, नैन नक्श आदि सब अच्छे से बना हो. उनके लिए झूला, बिस्तर, मौसम के अनुसार कपड़े, मोर मुकुट, बांसुरी, मुकुट, माला आदि खरीद लें.

➤जन्माष्टमी के दिन आप पूजा स्थान पर लड्डू गोपाल के लिए आसन लगाएं. फिर उनको वहां पर स्थापित करें. प्रतिदिन उनको स्नान कराना होगा. इसके लिए उपको पंचामृत का उपयोग करना चाहिए.

➤लड्डू गोपाल को स्नान कराने के बाद नियमित रूप से उनको साफ और नए वस्त्र पहनाएं. उनका चंदन, माला, मुकुट, बाल, बांसुरी आदि से श्रृंगार करें. इसके बाद पूजा करनी होगी. कम से कम सुबह और शाम की आरती करनी होगी.

➤जिस प्रकार से बालक को भूख लगती है, उसी प्रकार से लड्डू गोपाल को भी भूख लगती है. आपको कम से कम 4 बार लड्डू गोपाल को भोग लगाना चाहिए. लड्डू गोपाल को माखन, मिश्री, दूध, मक्खन, खीर आदि का भोग लगा सकते हैं. इसके अलावा आपके घर पर जो भी सात्विक भोजन बने, उसका भी भोग लगा सकते हैं. उसके लहसुन, प्याज आदि न हो.

➤लड्डू गोपाल को लोरी सुनानी होगी, ताकि उनको अच्छे से नींद आए. ​दिनभर में बीच में बीच आप उनको झूला भी झुलाएं. लड्डू गोपाल को हमेशा अपने पास रखना होता है. उनको अकेला नहीं छोड़ते हैं.


First Updated : Thursday, 22 August 2024