भारत का उत्तराखंड राज्य धार्मिक स्थलों का सबसे बड़ा केंद्र है। यहां सैंकड़ों मंदिर स्थित हैं, जिनकी महिमा पूरी दुनिया में फैली हुई है। इनमें ही शामिल हैं पंचकेदार। जिनमें भगवान शिव के 5 मंदिर आते हैं।
केदारनाथ मंदिर हर साल देशभर में लाखों की संख्या में श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने पहुंचते हैं। यह चार धामों में से एक और शिव जी के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।
दूसरे नंबर पर मध्यमहेश्वर मंदिर आता है। इस मंदिर को मदनमहेश्वर के नाम से भी जाना जाता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इस स्थान पर भगवान शिव की नाभि स्थित है।
तीसरे स्थान पर तुंगनाथ मंदिर आता है और यह विश्व का सबसे ऊंचा शिव मंदिर है। ऐसी मान्यताएं हैं कि यहां भोलेनाथ की भुजा एक शिला के रूप में विद्यमान है।
उत्तराखंड के चमोली जिले स्थित रुद्रनाथ मंदिर पंच केदार में से एक है। यह दिखने में बहुत छोटा है। ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर में भगवान शिव केलव मुख है और बाकी शरीर नेपाल के काठमांडू के पशुपतिनाथ मंदिर में है।
कल्पेश्वर मंदिर चमोली में स्थित है, जिसका निर्माण महाभारत काल में पांडवों ने करवाया था। इसे गोत्र हत्या के पाप से मुक्ति पाने के लिए बनवाया गया था।