पितृ पक्ष का आज पंचमी श्राद्ध, इन पूजा को करने से मिलेगा लाभ, जानें सही मुहूर्त

Pitru Paksha 2024: इस साल भाद्रपद महीने में पितृ पक्ष की शुरुआत होती है इस वर्ष पितृ पक्ष की शुरुआत 18 सितंबर से हो गई है . पितृपक्ष का पहला श्राद्ध है 2 अक्टूबर को पितृपक्ष का समापन होगा तो वहीं पितृ पक्ष के 15 दिनों के दौरान 2 ग्रहण भी लग रहा है. पितृ पक्ष का पंचमी श्राद्ध रविवार को है. इस दिन अश्विन कृष्ण प्रतिपदा पंचमी, कृत्तिका नक्षत्र, हर्षण योग, तैतिल करण है. रवि योग बन रहा है.

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Pitru Paksha 2024: पितृपक्ष का हिंदू धर्म में बहुत महत्व है. माना जाता है ये समय पूर्वजों को समर्पित होता है. इस दौरान लोग पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए कई तरह के उपाय भी करते हैं. भाद्रपद माह की पूर्णिमा तिथि से लेकर आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि तक पितृपक्ष चलता है. इस दौरान अगर आप काले तिल के उपाय कर लें, तो आप पर पितरों की खूब कृपा बरसेगी. 

पितृ पक्ष का पंचमी श्राद्ध रविवार को है. इस दिन अश्विन कृष्ण प्रतिपदा पंचमी, कृत्तिका नक्षत्र, हर्षण योग, तैतिल करण, पूर्व का दिशाशूल और वृषभ राशि में चंद्रमा है. पंचमी का श्राद्ध करने से अकूत धन और दौलत की प्राप्ति होती है.  पितरों के आशीर्वाद से जीवन सुखमय होगा. मृत्यु के बाद व्यक्ति को स्वर्ग की प्राप्ति होगी. 

पंचमी श्राद्ध के दिन क्या करें 

पंचमी श्राद्ध के दिन उन पितरों का श्राद्ध, तर्पण, पिंडदान आदि करते हैं, जिनका निधन किसी भी माह की पंचमी तिथि को हुआ हो. रविवार के दिन रवि योग बन रहा है. इस दिन प्रात:काल में स्नान करने के बाद लाल या नारंगी वस्त्र पहनें. सूर्य देव को जल अर्पित करें. जल में लाल फूल, लाल चंदन और गुड़ जरूर डालें. अर्घ्य के समय सूर्य मंत्र का उच्चारण करें. उसके बाद आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें. इससे सूर्य देव प्रसन्न होते हैं. सूर्य कृपा से व्यक्ति का घर धन-धान्य से भर जाता है.

ये करें दान

रविवार को व्रत रखकर सूर्य पूजा करने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है. इस व्रत में नमक खाना वर्जित है. एक समय का मीठा भोजन करते हैं. पूजा के समय आप गायत्री मंत्र का जाप करें. इससे आपको मानसिक शांति और एकाग्रता मिलेगी. सूर्य के मंत्रों का जाप करने से सूर्य दोष मिटता है. पूजा के बाद गेंहू, लाल कपड़ा, लाल चंदन, लाल रंग के फल, गुड़, घी आदि का दान करें. 

आज का शुभ मुहूर्त और योग

1. ब्रह्म मुहूर्त: 04:35 ए एम से 05:22 ए एम
2. अभिजीत मुहूर्त: 11:49 ए एम से 12:38 पी एम
3. विजय मुहूर्त: 02:15 पी एम से 03:03 पी एम
4. रवि योग: 11:02 पी एम से 06:10 ए एम, 23 सितम्बर

सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय

1. सूर्योदय- 06:10 ए एम
2. सूर्यास्त- 06:17 पी एम
3. चन्द्रोदय- 09:15 पी एम
4. चन्द्रास्त- 10:44 ए एम

First Updated : Sunday, 22 September 2024