Puja Tips: शाम को पूजा करते समय रखें इन बातों का ध्यान, वरना नाराज हो जायेंगे आपके देवता
Puja Tips: हिंदू धर्म में सुबह की पूजा हो या शाम की करना काफी महत्वपूर्व माना जाता है. कहा जाता कि जो व्यक्ति पूरे विधि विधान से पूजा-अर्चना करते हैं उसके जीवन में काफी संकट नहीं आते हैं.
हाइलाइट
- जिस तरह एक सप्ताह में अलग-अलग 7 दिन होते हैं ठीक उसी प्रकार इन सातों दिनों में अलग-अलग भगवानों की पूजा की जाती है.
Puja Tips: जिस तरह एक सप्ताह में अलग-अलग 7 दिन होते हैं ठीक उसी प्रकार इन सातों दिनों में अलग-अलग भगवानों की पूजा की जाती है. पूजा करने का तरीका सबका अलग-अलग होता है. साथ ही पूजा करते समय लोग अनेक प्रकार की गलतियां कर बैठते हैं.
शाम की पूजा का महत्व
जिसके चलते उन्हें अपने जीवन में कई तरह की समस्याओं सामना करना पड़ता है. सनातन धर्म में पूजा पाठ का विशेष महत्व बताया गया है कहा जाता कोई भी शुभ अथवा मांगलिक कार्य करने से पहले भगवान गणेश की विधि विधान पूर्वक पूजा आराधना की जाती है.
किस समय करें शाम की पूजा?
सनातन धर्म में त्रिकाल संध्या करने का भी नियम है. अर्थात सुबह की पूजा दोपहर की पूजा और शाम की पूजा जब दिन ढलता है यह समय पूजा के लिए काफी लाभदायक होता है. यानी की संध्या के समय यदि शांति से पूजा की जाएं तो आपके जीवन में सभी प्रकार की परेशानियां दूर हो सकती हैं.
इतना ही नहीं धार्मिक ग्रंथों के अनुसार भगवान शंकर और माता पार्वती संध्या काल में धरती पर विचरण भी करते हैं, इसीलिए शाम के समय पूजा-पाठ करते समय अधिक बातों का ध्यान रखना चाहिए.
जरूर करें नियमों का पालन
हिंदू धर्म में पूजा आराधना करने का विशेष महत्व होता है कोई भी पूजा आराधना करने से पहले उनके नियमों का पालन करना चाहिए. हर पूजा आराधना करने का एक विधान है एक नियम है जिसे हर किसी को पालन करना चाहिए. विधि विधान पूर्वक पूजा आराधना करने से घर में सुख समृद्धि वास होता है साथ ही वहां पर माता रनी जल्दी प्रसन्न हो जाती हैं.