Radha Ashtami: श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा इस समय दुल्हन की तरह सज धज कर तैयार है. हर तरफ राधा अष्टमी की धूम मची हुई है. देश के कोने-कोने से लोग बरसाना धाम पहुंच रहे हैं. बुधवार यानी आज सुबह 4 बजे राधा जी के प्रकट उत्सव को लेकर मंगला आरती हुई जिसमें भक्तों की भीड़ देखने को मिली. जानकारी के मुताबिक राधा अष्टमी पर राधा रानी पांच घंटे से ज्यादा देर तक दर्शन देंगी. इस बीच भक्तों को भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन हाई अलर्ट पर हैं. चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं ताकि किसी भी भक्त को किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो.
हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को बरसाने वाली राधा रानी का जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. वैसे तो राधा अष्टमी का पर्व देशभर में मनाया जाता है, लेकिन मथुरा, वृंदावन और बरसाना के मंदिरों में राधा रानी के जन्मोत्सव की अलग ही धूम देखने को मिलती है. मान्यता है कि राधा रानी का नाम जपने मात्र से कान्हा अत्यंत प्रसन्न होते हैं, जबकि कहा तो यह भी जाता है कि राधा की पूजा के बिना कान्हा की पूजा अधूरी मानी जाती है. इसलिए जो लोग कृष्ण जन्माष्टमी का व्रत रखते हैं, उन्हें राधा अष्टमी का व्रत भी जरूर रखना चाहिए.
1. जब से तूने पकड़ा मेरा हाथ, राधे रानी मेरी तो किस्मत ही बदल गई,
राधा अष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं.
2. बैकुंठ में भी न मिले जो वो सुख,
कान्हा तेरे वृंदावन धाम में है
कितनी भी बड़ी विपदा हो चाहे,
समाधान तो बस श्री राधे के नाम में है
राधा अष्टमी की ढेर सारी शुभकामनाएं.
3. राधा की चाहत है कृष्णा
उसके दिल की विरासत है कृष्णा
चाहे कितना भी रास रचा ले कृष्णा
दुनिया तो फिर भी यही कहती है
राधा अष्टमी की आपको बहुत बधाई.
4. राधे राधे बोल, श्याम भागे चले आएंगे
एक बार आ गए तो कभी नहीं जायेंगे
राधा अष्टमी 2024 की हार्दिक शुभकामनाएं.
5. हे कान्हा, तुम संग बीते वक्त का,
मैं कोई हिसाब नहीं रखती,
मैं बस लम्हें जीती हूं,
इसके आगे कोई ख्वाब नहीं रखती.
हैप्पी राधा अष्टमी
बरसाना आने वाले श्रद्धालुओं को ब्रज महारानी के दर्शन में किसी भी तरह की असुविधा न होने पाए इसके लिए दर्शन करने के समय को 5 घंटे बढ़ा दिया गया है. इस बार के जन्म उत्सव पर राधा रानी पांच घंटे से ज्यादा समय तक भक्तों को दर्शन देंगी. इस दौरान प्रशासन को भीड़ को नियंत्रित करने का जिम्मेदारी दी गई है. भीड़ एक साथ जमा न हो इसके लिए एकल रास्ते की व्यवस्था की गई है. मेला क्षेत्र को 7 जोन और 18 सेक्टर में बांटा गया है.