Ram Navami 2025: रामनवमी पर अयोध्या में हुआ सूर्य तिलक का चमत्कारी नजारा, देखिए कैसे प्रभु श्रीराम का स्वागत हुआ दिव्य तरीके से!- Watch Video

अयोध्या में इस बार रामनवमी का उत्सव और भी खास है. रामलला के अभिषेक, श्रृंगार और जन्मोत्सव के साथ सूर्य तिलक की खास परंपरा भी निभाई गई. यह नजारा बहुत ही अद्भुत और दिव्य था जिसे इसरो के वैज्ञानिकों की मदद से और वैज्ञानिक तरीके से किया गया. अयोध्या को सजाया गया, मंत्रों से गूंज उठा और लाखों श्रद्धालु रामलला के जयकारे करते हुए यहां पहुंचे. जानिए कैसे रामनवमी के इस महापर्व ने अयोध्या को एक अलग ही रंग में रंग दिया!

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Edited By: Aprajita

Ram Navami 2025: अयोध्या में इस साल रामनवमी का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है, जहां हर एक कोने में प्रभु श्रीराम के जन्मोत्सव की खुशियां बिखरी हुई हैं. राम जन्मभूमि मंदिर में यह दूसरा जन्मोत्सव है और इसे लेकर श्रद्धालुओं में अपार उल्लास है. इस विशेष दिन में रामलला का अभिषेक, श्रृंगार और भव्य पूजा कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं. अयोध्या में इस बार का उत्सव और भी खास है क्योंकि इस बार सूर्य तिलक की परंपरा को वैज्ञानिक आधार पर और भी शानदार तरीके से मनाया जा रहा है.

रामलला का अभिषेक और श्रृंगार, सूर्य तिलक का विशेष आयोजन

रामनवमी के दिन सुबह 9:30 बजे से रामलला का अभिषेक हुआ और उनके श्रृंगार की रस्में निभाई गईं. इसके बाद भगवान राम को भोग अर्पित किया गया. दोपहर 12 बजे, जब चैत्र शुक्ल नवमी का शुभ मुहूर्त आया, रामलला का जन्मोत्सव मनाया गया और सूर्य तिलक का आयोजन हुआ. सूर्य तिलक एक धार्मिक परंपरा है, जिसमें भगवान श्रीराम के ललाट पर सूर्य की किरणों से तिलक किया जाता है. इस दृश्य को लगभग चार मिनट तक देखा गया और इसका सीधा प्रसारण टीवी चैनल्स और LED स्क्रीन के जरिए किया गया, ताकि दुनियाभर में भक्त इसका लाभ उठा सकें.

सूर्य तिलक – वैज्ञानिक चमत्कार का उदाहरण

सूर्य तिलक की परंपरा रामलला के सूर्यवंशी होने के कारण निभाई गई. इस बार इसे खास वैज्ञानिक तरीके से किया गया और इस आयोजन में इसरो के वैज्ञानिकों ने भी मदद की. यह घटना न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण थी, बल्कि विज्ञान के अद्भुत प्रयोग का उदाहरण भी पेश करती है.

रामनाम के मंत्रों और भक्ति के गीतों से गूंज उठा वातावरण

राम जन्मभूमि परिसर में दस विद्वान पंडितों द्वारा एक लाख श्रीराम मंत्रों का जाप किया गया, जिससे वातावरण को शुद्ध और भक्तिमय किया गया. प्रतिदिन तीन घंटे तक हवन किया गया और रामचरितमानस तथा वाल्मीकि रामायण का पारायण हुआ. इसके अलावा, अंगद टीला पर कथा का आयोजन भी किया गया.

श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम

अयोध्या में आने वाले श्रद्धालुओं को गर्मी से बचाने के लिए प्रशासन ने कई इंतजाम किए हैं. पेयजल, शीतल जल और कूलर की व्यवस्था की गई है, ताकि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो. हनुमानगढ़ी के पास विशेष ध्यान दिया गया है ताकि भारी भीड़ के कारण कोई समस्या न हो. पूरे अयोध्या को साफ-सुथरा रखा गया और मंदिरों के आसपास सजावट की गई है.

25 लाख श्रद्धालुओं का स्वागत करने को तैयार अयोध्या

रामनवमी के दिन अयोध्या में करीब 25 से 30 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए गेट नंबर 3 को निकासी द्वार बनाया है. इसके अलावा, LED वैन और स्क्रीन के जरिए हर कोने में उत्सव का प्रसारण हो रहा है, ताकि कोई भी भक्त इस ऐतिहासिक क्षण को मिस न कर सके.

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06 April 2025, 11:59 AM IST

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