Ramadan 2024: हिंदुस्तान में आज देखा जाएगा रमज़ान का चाँद, 12 मार्च को पहला रोज़ा

Ramadan 2024: रमजान का मुक़द्दस महीना शुरू होने वाला है. सोमवार को भारत और आस-पास के देशों में चाँद देखा जाएगा और मंगलवार को पहला रोज़ा रखा जाएगा.

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Ramadan 2024: मुसलमानों के सबसे मुक़द्दस महीने रमज़ान का आग़ाज़ होने वाला है. अरब देशों में आज यानी सोमवार का पहला रोज़ा रखा जाएगा. वहीं हिंदुस्तान-पाकिस्तान, बांग्लादेश समेत आस-पास के देशों में सोमवार (10 मार्च) को रमज़ान का चाँद देखा जाएगा और मंगलवार (11 मार्च) को पहला रोज़ा रहेगा. चाँद दिखाई देने के बाद मुसलमानों के लिए सबसे पवित्र और इबादतों वाले महीने की शुरुआत हो जाएगी. इस महीने में सभी मुसलमान रोज़ा रखने के अलावा, क़ुरान, नमाज़ और तरावीह जैसी इबादतें करते हैं. इस्लाम में इस महीने को मग़फ़िरत वाला महीना भी कहा जाता है. 

क्या है रमज़ान?

आसान भाषा में कहें तो रमज़ान एक महीने का नाम है. इस्लामी कैलेंडर के हिसाब से रमज़ान 9वां महीना होता है. रमज़ान का महीना एक मुबारक महीना है और इस महीने की महानता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पवित्र कुरान इसी महीने में नाज़िल हुआ था. रमजान का पहला अशरा (पहले दिन) दया के लिए, दूसरा अशरा (दूसरे 10 दिन) माफ़ी के लिए और तीसरी अशरा (आख़िरी 10 दिन) जहन्नुम की आग से आज़ादी के लिए होता है. जब रमज़ान का चाँद दिखाई देता था, तो पैगंबर (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) कहा करते थे कि यह चाँद शुभ और धन्य है. मैं उस पर विश्वास करता हूँ जिसने तुम्हें बनाया है.

रोजा क्या है?

रोज़ा इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है. रोजा की शुरुआत सूर्योदय से पहले हो जाती है और सूर्यास्त तक खाने-पीने से परहेज रहता है. इस दौरान किसी भी तरह की चीज हलक से नीचे नहीं जानी चाहिए. साथ ही दिनभर अल्लाह की इबादत करनी होती है और बुरे कामों से दूरी बनाकर रखनी होती है. इतना ही नहीं पति-पत्नी संभोग भी नहीं कर सकते. हालाँकि इफ़्तार के बाद वो ऐसा कर सकते हैं. लेकिन सेहरी से पहले ख़ुद को फिर से पाक-व-साफ रखकर रोज़ा रखना होता है. First Updated : Monday, 11 March 2024