Mahakumbh 2025: साध्वी हर्षा का रो-रोकर हुआ बुरा हाल... कहा- 'लड़की होने की सजा मिल रही है!'

Mahakumbh 2025: महाकुम्भ में चर्चा में रहने वाली साध्वी हर्षा ने एक वीडियो में अपनी परेशानियों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि जब महिलाएं कुछ अलग करती हैं, तो समाज उन्हें रोकता है. वीडियो में उन्होंने बताया कि कैसे उन्हें अपने फैसले के लिए समझा नहीं गया और उनको टारगेट किया गया. क्या होगा जब हर लड़की को अपनी राह चुनने का हक मिलेगा? पूरी खबर पढ़ें!

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Edited By: Aprajita

Mahakumbh 2025: महाकुम्भ 2025 में साधू-संतों और साध्वियों का जमावड़ा लगा हुआ है और इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाली साध्वी का नाम है साध्वी हर्षा. अपनी खूबसूरती और साध्वी जीवन के बीच का अजीब सा विरोधाभास हमेशा से लोगों के लिए हैरानी का कारण रहा है. लोग यह जानने के लिए हमेशा जिज्ञासु रहते हैं कि इतनी खूबसूरत होने के बावजूद एक लड़की ने साध्वी जीवन क्यों अपनाया? हाल ही में साध्वी हर्षा ने एक वीडियो साझा किया जिसमें वो रो-रोकर अपने दर्द और तकलीफ को बयां करती नजर आईं.

साध्वी हर्षा का खुलासा

साध्वी हर्षा के इस वीडियो में वह एक संत आनंद स्वरुप जी का जिक्र कर रही हैं. उनका कहना है कि उनके कारण ही वह महाकुम्भ में रुक नहीं पाई और संत को इस बात के लिए भारी पाप लगेगा. साध्वी हर्षा के मुताबिक, उन्हें हमेशा टार्गेट किया गया और जब भी कोई लड़की धर्म की राह पर चलने की कोशिश करती है, कुछ लोग उसे बढ़ने नहीं देते. साध्वी हर्षा ने रोते हुए कहा कि उन्होंने जो रास्ता चुना था, उसमें उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. वह खुलासा करती हैं कि समाज में ऐसे लोग होते हैं जो महिलाओं को कभी अपने सपनों को पूरा करने का मौका नहीं देते.

साध्वी हर्षा की कहानी

साध्वी हर्षा का कहना है कि जब एक महिला अपने जीवन में कुछ अलग करती है या अपनी अलग पहचान बनाने की कोशिश करती है, तो समाज के कुछ हिस्से उसे न केवल रोकते हैं, बल्कि उसे मानसिक और शारीरिक पीड़ा भी देते हैं. यह वीडियो साध्वी हर्षा के दिल के दर्द का एक इज़हार था, जिसमें उन्होंने अपनी तकलीफें साझा कीं और बताया कि कैसे समाज ने उनके खिलाफ एक गलत धारणा बनाई.

कैप्शन- यही सत्य है

साध्वी हर्षा का यह संदेश बहुत गहरे अर्थों को छुपाए हुए था. उनका कहना था, 'जब एक महिला अपने जीवन में बदलाव लाना चाहती है, तो उसे ऐसा करने का मौका नहीं दिया जाता.' उनका यह वीडियो समाज की सोच को चुनौती देता है कि क्यों किसी महिला को उसके सपनों और रास्ते को अपनाने से रोक दिया जाता है. साध्वी हर्षा का यह बयान उन सभी महिलाओं के लिए एक प्रेरणा बन सकता है जो अपनी पहचान बनाने के लिए संघर्ष कर रही हैं. समाज को सोचने पर मजबूर कर देने वाली यह घटना महिलाओं के संघर्ष को उजागर करती है.

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16 January 2025, 11:01 PM IST

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