Sasbahu temple: मध्यप्रदेश के इस जिले में है सास-बहू मंदिर, जानें मंदिर का इतिहास
Sasbahu temple Gwalior: सास बहू का मंदिर मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध शहर ग्वालियर में स्थित है. 11वीं शताब्दी में निर्मित यह मंदिर शानदार मूर्तिकला का अद्भुत नमूना है.
Sasbahu temple Gwalior: सास-बहू मंदिर मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध शहर ग्वालियर में स्थित है. प्राचीच मंदिर शानदार मूर्तिकला का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है. इसका निर्माण 11वीं शताब्दी में कराया गया था. यह मंदिर सहस्रबाहु यानी की हजार भुजाओं वाले भगवान विष्णु जी को समर्पित है. मंदिर की मूर्तिकला और नक़्क़ाशी बेहद ही शानदार है.
सास बहु मंदिर गवालियर के प्राचीन मंदिर में से एक है. जिसका निर्माण वर्ष 1093 में कच्छपघाट राजवंश के राजा महिपाल ने कराया था. यह मंदिर भगवान विष्णु जी को समर्पित है. सास-बहु मंदिर को सहस्त्रबाहु मंदिर और हरिसदानाम मंदिर के नाम से भी जाना जाता है.
सास-बहू मंदिर का इतिहास
कहा जाता है कि महाराजा महिपाल की पत्नी भगवान विष्णु की परम भक्त थी. इसलिए महाराजा ने भगवन विष्णु के सम्मान में मंदिर का निर्माण कराया था. सास बाहु मंदिर के पास में भगवान शिव का भी एक मंदिर है. कहते है कि महाराजा की पुत्र-वधु शिव जी की भक्त थी. इसलिए उन्होंने विष्णु मंदिर के पास ही एक शिव मंदिर का निर्माण करवाया था.
सास-बहू मंदिर का आकार
सास-बहु मंदिर 11वीं शताब्दी का प्राचीन मंदिर है. इस वजह से मंदिर का शिखर और गर्भगृह नष्ट हो चुका है. मंदिर की कला और वास्तुकला को संरक्षित रखने का प्रयास किया जाता है. मंदिर के मध्य में एक वर्गाकार प्रकोष्ट है, जिसके तीन ओर द्वार मंडप हैं. जबकि चौथी ओर एक गर्भगृह है, जो अब खाली पड़ा है. अगर इसके आकार की बात करें तो मंदिर का जगती मंच यानी जिस पर मंदिर की नींव रखी गई है वह लगभग 30 मीटर की लम्बाई और चौड़ाई में बनाया गया था.