नवरात्रि का आज सातवां दिन, मां कालरात्रि की करें पूजा, जानें विधि, मुहूर्त, मंत्र और महत्व
Shardiya Navratri 2024: शारदीय नवरात्रि के सातवें दिन मां दुर्गा के सातवें स्वरूप मां कालरात्रि की पूजा करते हैं. अश्विन शुक्ल सातवीं तिथि को नवरात्रि का सातवां दिन होता है. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं मां कालरात्रि की पूजा विधि, मुहूर्त, मंत्र, भोग और महत्व के बारे में.
Shardiya Navratri 2024: शारदीय नवरात्रि का आज सातवां दिन है. आज के दिन मां कालरात्रि की पूजा करते हैं. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की सातवीं तिथि को नवरात्रि का सातवां दिन होता है. इस साल नवरात्रि का सातवां दिन 9 अक्टूबर बुधवार को है. मां दुर्गा ने रक्त-बीज का संहार करने के लिए कालरात्रि स्वरूप धारण किया था. श्याम वर्ण की चार भुजाओं वाली देवी मां कालरात्रि खुले बालों में साक्षात् काल के समान दिखती हैं.
मां गर्दभ पर सवार होती हैं. उनके हाथों में कटार और व्रज होता है. इस वजह से उनका नाम कालरात्रि है. हालांकि वे अपने भक्तों को शुभ फल देती हैं, इसलिए वे शुभंकरी भी हैं. आइए जानते हैं मां कालरात्रि की पूजा विधि, मुहूर्त, मंत्र, भोग और महत्व के बारे में.
शारदीय नवरात्रि सातवां दिन 2024 मुहूर्त
शारदीय नवरात्रि के सातवें दिन सौभाग्य योग सुबह 6:37 बजे तक है. उसके बाद से ही शोभन योग बन रहा है, मां कालरात्रि की पूजा शोभन योग में किया जाएगा. इस दिन का ब्रह्म मुहूर्त 04:40 ए एम से 05:29 ए एम तक है.
मां कालरात्रि की पूजा विधि
नवरात्रि के सातवें दिन सुबह में स्नान आदि से निवृत होकर पूजा पाठ करें. इस दिन मां कालरात्रि की पूजा करें. सबसे पहले मां कालरात्रि को गंगाजल से स्नान कराएं. फिर उनका अक्षत्, फूल, फल, कुमकुम, धूप, दीप, गंध, नैवेद्य आदि अर्पित करके पूजन करें. इस दौरान मां कालरात्रि के मंत्रों का उच्चारण करें. उसके बाद मां कालरात्रि को गुड़ का भोग लगाएं. पूजा का समापन मां कालरात्रि की आरती से करें.
मां कालरात्रि का प्रिय भोग
नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि को पूजा के समय गुड़ का भोग लगाएं. इससे मां दुर्गा प्रसन्न होंगी और आपकी मनोकामनाएं पूरी कर देंगी.