Shardiya Navratri: आज नवरात्र का पाचंवा दिन है और आज के दिन माता स्कंदमाता की पूजा की जाती है. हिंदू धर्म में नवरात्र के पावन दिनों का काफी महत्व माना जाता है. साथ ही कहा जाता है कि जो भी व्यक्ति माता की पूजा अर्चना करते हैं उन्हें सुख-शांति की प्राप्ति होती है साथ ही उनके घर में कभी धन की कमी नहीं हो पाती है.शेर पर सवार मां स्कंदमाता चार भुजाओं वाली देवी हैं. वे अपने हाथों में कमल का फूल धारण करती हैं और उनकी गोद में उनके पुत्र स्कंदकुमार होते हैं.
आज प्रात: स्नान के बाद मां स्कंदमाता की पूजा करें. मां स्कंदमाता को लाल पुष्प जैसे गुड़हल, गुलाब, अक्षत, कुमुकम, धूप, दीप, नैवेद्य, गंध चढ़ाएं. इस दौरान मां स्कंदमाता के मंत्रों का भी जाप आवश्यक करें, उसके बाद माता को केले और बताशे का भोग लगाएं उसके बाद उनके बीज मंत्र का जाप कर सकते हैं. फिर कपूर या घी के दीपक से स्कंदमाता की आरती करें, उनके बाद अपनी मनोकामना देवी के समक्ष रखें.
शास्त्रों में कहा जाता है कि जो लोग संतानहीन हैं. उन सभी लोगों को माता स्कंदमाता की पूजा-अर्चना सच्चे मन से करनी चाहिए. ऐसा माना जाता है कि जिन लोगों की संताने नहीं होती हैं माता उन्हें इस परेशानी से दूर कर देती है. इसके अलावा आपके जीवन में आ रहे हैं अनेक प्रकार के कष्टों से निवारण मिलता है.
आज के दिन माता के मंदिर जाएं और वहां जाकर जरूरतमंदो को भोजन व दान–पुण्य अवश्य करें. यदि आपके परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर है और आप इस समस्या से जुझ रहे हैं तो आज के दिन व्रत रखते हुए माता स्कंदमाता की पूजा–अर्चना जरूर करें. ऐसा करने से आप पापों से भी मुक्ति पा सकते हैं. First Updated : Thursday, 19 October 2023