द्वारकाधीश मंदिर - यह मंदिर मथुरा में यमुना नदी के किनारे बना हुआ है. हजारों वर्ष पुराने इस मंदिर में मुरली मनोहर की सुंदर मूर्ति विराजमान है. इस मंदिर की आरती विशेष रूप से देखने लायक होती है. यहां पर द्वारकाधीश के दर्शने के साथ ही श्रद्धालु नौका विहार का भी आनंद लेते हैं.
जगन्नाथ मंदिर - विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर ओडिशा के पुरी में स्थित है. बताया जाता है कि यह धाम करीब 800 साल से ज्यादा पुराना है. यह सनातनियों के चार धामों में एक है. पुराणों में जगन्नाथ धाम को धरती का स्वर्ग कहा गया है. इस मंदिर में भगवान जगन्नाथ अपने भाई और बहन के साथ विराजते हैं.
प्रेम मंदिर - वृंदावान में मौजूद प्रेम मंदिर भक्तों की पहली पसंद रहता है. यहां दिन-रात हमेशा श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है. प्रेम मंदिर की सुंदरता देखते ही बनती है.
श्रीनाथ जी मंदिर - यह मंदिर राजस्थान के नाथद्वार में स्थित है. कहा जाता है कि मेवाड़ के राजा इस मंदिर में मौजूद मूर्तियों को गोवर्धन की पहाड़ियों से औरंगजेब से बचाकर लाए थे. यह श्री कृष्ण जी को समर्पित मंदिर है जिसका निर्माण 12वीं शदाब्दी में किया गया था.
बालकृष्ण मंदिर - कर्नाटक के हंपी में बना यह मंदिर प्राचीन भारतीय वास्तुकला का अनूठा उदाहरण है. इस मंदिर में प्रभु श्री कृष्ण जी के बाल रूप की पूजा की जाती है. बता दें कि यह मंदिर UNESCO साइट का भी हिस्सा है.